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अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.7 - स्थिति सामान्य

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश के अंजाव में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 रही. भूकंप के इन झटकों से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.

earthquake hits Anjaw
अरुणाचल प्रदेश में भूकंप से कांपी धरती
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Published : Aug 24, 2020, 6:51 AM IST

ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के अंजाव में आज 3:36 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनजीएस) के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 रही. भूकंप के इन झटकों से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं मिली है.

प्रदेश के अंजाव जिले में आज 3:36 बजे लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. कुछ समय के लिए लोगों के बीच अफरातफरी मच गई. कई सारे लोग अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए. हालांकि कुछ ही देर में स्थिति सामान्य हो गई.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर और अंडमान-निकोबार में भूकंप के झटके

जानें क्यों आता है भूकंप
भूकंप आने के पीछे का मुख्य कारण होता है धरती के अंदरूनी हिस्से में मौजूद 7 प्लेट्स. बताया जाता है कि यह प्लेट्स जिन जगहों पर एक दूसरे से ज्यादा टकराती हैं तब बार-बार टकराने से इन प्लेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं जिसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. कई बार दबाव ज्यादा पड़ने पर यह प्लेट्स टूटने लगती हैं. इन प्लेट्स के टूटने के चलते धरती के अंदर की एनर्जी बाहर निकलने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के कारण भूकंप आता है.

ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के अंजाव में आज 3:36 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनजीएस) के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 रही. भूकंप के इन झटकों से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं मिली है.

प्रदेश के अंजाव जिले में आज 3:36 बजे लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. कुछ समय के लिए लोगों के बीच अफरातफरी मच गई. कई सारे लोग अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए. हालांकि कुछ ही देर में स्थिति सामान्य हो गई.

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जानें क्यों आता है भूकंप
भूकंप आने के पीछे का मुख्य कारण होता है धरती के अंदरूनी हिस्से में मौजूद 7 प्लेट्स. बताया जाता है कि यह प्लेट्स जिन जगहों पर एक दूसरे से ज्यादा टकराती हैं तब बार-बार टकराने से इन प्लेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं जिसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. कई बार दबाव ज्यादा पड़ने पर यह प्लेट्स टूटने लगती हैं. इन प्लेट्स के टूटने के चलते धरती के अंदर की एनर्जी बाहर निकलने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के कारण भूकंप आता है.

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