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अनुच्छेद 371 के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करेगी सरकार : अमित शाह

दो दिवसीय दौरे पर असम गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में एक भी घुसपैठिया नहीं बच पाएगा. साथ ही उन्होंने अनुच्छेद 371 पर भी बड़ा बयान दिया. जानें क्या कुछ कहा उन्होंने...

अमित शाह
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Published : Sep 8, 2019, 11:51 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 10:44 PM IST

गुवाहाटीः राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी होने के बाद अमित शाह पहली बार दो दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे. उन्होंने गुवाहाटी में आयोजित पूर्वोत्तर परिषद के 68वें पूर्ण सत्र में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अनुच्छेद 371 और 371(A) का सम्मान करती है और इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करेगी.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पूर्वाोत्तर के लोगों को डर था कि कहीं सरकार अनुच्छेद 371 को भी न हटा दे. हालांकि, गृह मंत्री के बयान के बाद इस पर विराम लग गया.

शाह ने कहा, 'मैं संसद में भी कह चुका हूं और यहां भी आठ मुख्यमंत्रियों के सामने कहता हूं कि भाजपा सरकार अनुच्छेद 371 में छेड़छाड़ नहीं करेगी. यह पूर्वोत्तर को विशेष दर्जा देता है.'

क्या है अनुच्छेद 371
अनुच्छेद 371 में कई राज्यों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं. इनमें से अधिकतर राज्य पूर्वोत्तर के हैं. संविधान का यह अनुच्छेद जनजातीय संस्कृति को संरक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है. इसी आधार पर उन्हें इस अनुच्छेद के माध्यम से विशेष दर्जा मिला हुआ है.

एक भी घुसपैठिया नहीं बचेगा
उन्होंने असम में पार्टी कार्यकार्ताओं को आश्वश्त किया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में एक भी अवैध प्रवासी को जगह नहीं मिली है. एनआरसी समय पर पूरा हुआ है. शाह ने कहा कि देश में एक भी घुसपैठियों को रहने नहीं दिया जाएगा. यह हमारा वादा है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में आतंकवाद में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आंतकी गतिविधियों पर आंकड़ों पर नहीं देना चाहता हूं क्योंकि पूरी दुनिया जानती है कि हम इसे नियंत्रित करने में सक्षम है.

पढ़ेः हरियाणा में बोले मोदी, '100 दिन देश में बड़े परिवर्तन के रहे'

शाह ने आगे कहा कि पूर्वोत्तर में राज्य की सीमाओं को लेकर विवाद है. जब हम भारत-बांग्लादेश की सीमा को सुलझा सकते हैं तो राज्य की सीमाओं का विवाद भी सुलझा सकते हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर सिर्फ आतकंवाद, ड्रग तस्करी और सामाजिक तनाव के लिए जाना जाता था लेकिन अब यह विकास, संरचना, खेल, संचार और पूर्व की नीति के नाम से जाना जाएगा.

गुवाहाटीः राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी होने के बाद अमित शाह पहली बार दो दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे. उन्होंने गुवाहाटी में आयोजित पूर्वोत्तर परिषद के 68वें पूर्ण सत्र में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अनुच्छेद 371 और 371(A) का सम्मान करती है और इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करेगी.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पूर्वाोत्तर के लोगों को डर था कि कहीं सरकार अनुच्छेद 371 को भी न हटा दे. हालांकि, गृह मंत्री के बयान के बाद इस पर विराम लग गया.

शाह ने कहा, 'मैं संसद में भी कह चुका हूं और यहां भी आठ मुख्यमंत्रियों के सामने कहता हूं कि भाजपा सरकार अनुच्छेद 371 में छेड़छाड़ नहीं करेगी. यह पूर्वोत्तर को विशेष दर्जा देता है.'

क्या है अनुच्छेद 371
अनुच्छेद 371 में कई राज्यों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं. इनमें से अधिकतर राज्य पूर्वोत्तर के हैं. संविधान का यह अनुच्छेद जनजातीय संस्कृति को संरक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है. इसी आधार पर उन्हें इस अनुच्छेद के माध्यम से विशेष दर्जा मिला हुआ है.

एक भी घुसपैठिया नहीं बचेगा
उन्होंने असम में पार्टी कार्यकार्ताओं को आश्वश्त किया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में एक भी अवैध प्रवासी को जगह नहीं मिली है. एनआरसी समय पर पूरा हुआ है. शाह ने कहा कि देश में एक भी घुसपैठियों को रहने नहीं दिया जाएगा. यह हमारा वादा है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में आतंकवाद में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आंतकी गतिविधियों पर आंकड़ों पर नहीं देना चाहता हूं क्योंकि पूरी दुनिया जानती है कि हम इसे नियंत्रित करने में सक्षम है.

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शाह ने आगे कहा कि पूर्वोत्तर में राज्य की सीमाओं को लेकर विवाद है. जब हम भारत-बांग्लादेश की सीमा को सुलझा सकते हैं तो राज्य की सीमाओं का विवाद भी सुलझा सकते हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर सिर्फ आतकंवाद, ड्रग तस्करी और सामाजिक तनाव के लिए जाना जाता था लेकिन अब यह विकास, संरचना, खेल, संचार और पूर्व की नीति के नाम से जाना जाएगा.

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PRI GEN NAT
.GUWAHATI CAL7
AS-LD SHAH
Centre not to touch Art 371, no illegal immigrant to be
allowed: Shah
(Eds: Combines related stories, adds details)
         Guwahati, Sept 8 (PTI) The Centre will "not touch"
Article 371 of the Indian Constitution that is applicable to
the Northeast and not a single illegal immigrant would be
allowed in the region, Union Home Minister Amit Shah said on
Sunday.
After Article 370 was abrogated in Jammu and Kashmir,
there were attempts to "misinform and misguide" the people of
the Northeast that Article 371 would be scrapped by the
Centre, the Home Minister said in his inaugural address at the
68th plenary session of the North East Council (NEC) here.
         "I have clarified in Parliament that this is not going
to happen and I am saying it again today in the presence of
eight chief ministers of the Northeast that both the Articles
are different and the Centre will not touch Article 371," Shah
said.
         The Constituent Assembly had framed Article 370 as a
temporary provision but Article 371 is about special
provisions in the Northeast and there is a vast difference
between the two, Shah said.
         "I think it is important to clarify the difference
between the two. Let me make it clear that the Prime Minister
and the BJP government respects Article 371 and 371 (A)," he
said.
Most of the States that have been accorded special
provisions under Article 371 are in the Northeast and the
special status aims to preserve their tribal culture.
         There was an attempt to give a wrong message that the
BJP-led government would scrap Article 371 and this was done
by people who did not want peace in the Northeast or the
region to become an engine of development, Shah said.
On the National Register of Citizens (NRC), the Home
Minister said, "Questions are being raised about the NRC by
different sections but today I just want to say this that the
BJP-led government is committed to ensure that not a single
illegal immigrant enters the region."
         The NRC has also been completed within the stipulated
time-frame, he added.
         Shah's visit comes just days after the publication of
the final NRC in the state on August 31.
Pointing out that under Prime Minister Narendra Modi
there has been a "drastic decline" in terrorism and militant
activities, Shah said, "I do not want to quote statistics but
the entire country and the world knows that we have been able
to control it."
There are still misguided people who indulge in armed
activities but "our minds are open and hands stretched for
those who want to lay down arms. For those who want to
continue, the governments at the Centre and the state will
follow a zero-tolerance policy," he said.
The miguided people who take up arms are "our own but
are tools in the hands of vested foreign forces", he said.
He further pointed out that border dispute between the
different states of the Northeast is a major issue which must
end.
"If Indo-Bangla border dispute can be resolved, why not
disputes among our states in the region? Rise above border
disputes and support each other, so that the region can
develop together," Shah added.
"Modiji has given top priority to the development of
the Northeast and he was the first Prime Minister in 40 years
to attend a NEC meeting at Shillong", he said.
"No Congress Prime Minister had attended a NEC meeting
and though I do not want to make a political statement but
among all the eight Chief Ministers present at the meeting
today, none are from the Congress but all are North East
Democratic Alliance (NEDA) constituents", Shah said.
Earlier, the Northeast was known for terrorism, drug
trafficking, illegal immigration, social tensions but now it
is known for development, infrastructure, sports, connectivity
and Look East Policy, the Home Minister pointed out. PTI DG
ESB
MM
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09081753
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Last Updated : Sep 29, 2019, 10:44 PM IST
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