नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और प्रदेश की मौजूदा स्थिति से गृहमंत्री को अवगत कराया. तो वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के नेता हन्नान मोल्लाह ने आरोप लगाया कि वह (जगदीप धनखड़) केंद्र सरकार के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.
दूसरी तरफ राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों में अस्थिरता की स्थिति है. इसलिए राज्य की कानून व्यवस्था पर केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करने की जरूरत है.
राज्यपाल धनखड़ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ संसद भवन कार्यालय में बैठक की.
गृहमंत्री के साथ बैठक के बाद धनखड़ ने कहा, 'केंद्रीय गृहमंत्री के साथ सकारात्मक बैठक हुई है. हमने पश्चिम बंगाल की स्थिति के बारे में उनको पूरी जानकारी दी'
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है.
वहीं दूसरी तरफ राज्यपाल के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों से प्रतिक्रिया आने लगी.
राज्यपाल और गृहमंत्री की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि राज्य के राज्यपाल भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.
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हन्नान मोल्लाह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि 'वह (राज्यपाल) केंद्र सरकार के एक एजेंट हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है, पश्चिम बंगाल में स्थिति चिंता जनक है, लेकिन राज्यपाल और केंद्र सरकार दोनों ही अपने हित के मुताबिक ही काम करेंगे न की राज्य के हित के मुताबिक.'
गौरतलब है कि बंगाल के राज्यपाल का पद संभालने के बाद गृहमंत्री अमित शाह के साथ जगदीप धनखड़ की यह पहली आधिकारिक बैठक है.