श्रीनगर : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग ने 21 सितंबर से माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया है. यह कदम केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के मद्देनजर उठाया गया है. 50 प्रतिशत कर्मचारियों और छात्रों के साथ घाटी में स्कूलों को फिर से खोल दिया जाएगा.
50 फीसदी कर्मचारी व छात्र ही स्कूल आएंगे
शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि छात्रों को अपने माता-पिता से लिखित सहमति देने के बाद ही स्कूल आने की अनुमति दी जाएगी. स्कूलों को एक साल से अधिक समय तक बंद रखा गया है. इसलिए बुनियादी ढांचे को ठीक और साफ करने की आवश्यकता है. हर स्कूल को सभी एसओपी के साथ फिर से खोल दिया जाएगा. संस्थान के प्रमुख अपने संबंधित कर्मचारियों का रोस्टर तय करेंगे. केवल 50 फीसद कर्मचारी स्कूल आएंगे.
9वीं से 12वीं के छात्र स्वेच्छा से 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूल आ सकते हैं. संस्था प्रमुख रोस्टर बनाकर छात्रों के स्कूल आने के समय का निर्धारण करेंगे. यह माता-पिता पर निर्भर है कि वे अपने बच्चों को अनुमति देंगे या नहीं. इस बीच ऑनलाइन कक्षाएं हमेशा की तरह चलती रहेंगी. कश्मीर में स्कूल 13 महीने से बंद हैं. पहले अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने के कारण और फिर मार्च में महामारी के कारण स्कूल बंद रहे.