रांचीः झारखंड एटीएस ने रविवार को अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया जोन का प्रभारी, मोस्ट वांटेड आतंकवादी मोहम्मद कलीमउद्दीन मुजाहिरी को गिरफ्तार किया. इसे झारखंड पुलिस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है.
इस संबंध में रविवार को रांची के एटीएस कार्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) ऑपरेशन एमएल मीणा और एटीएस एसपी ए विजयालक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. एडीजी ऑपरेशन एमएल मीणा ने मोहम्मद कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एटीएस की टीम को बधाई दी.
इस गिरफ्तारी और मोहम्मद कलीमुद्दीन से जुड़े मामलों की जानकारी देते हुए एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया संगठन में रहकर कलीमुद्दीन संगठन के लिए जिहादियों को चयन करने का काम करता था.
2016 से फरार !
वह झारखंड, ओडिशा, बिहार और बंगाल का अलकायदा प्रभारी था. इसकी गिरफ्तारी जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र से की गई है. कलीमुद्दीन के खिलाफ जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में 2016 में मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद से वह फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना और अपनी पहचान बदल कर रह रहा था.
इसके घर की कुर्की जब्ती भी हो चुकी है. कलीमुद्दीन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, यूपी समेत सऊदी अरब, अफ्रीका, बांग्लादेश की कई बार यात्रा कर चुका है.
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जिहाद के लिए करता था युवाओं को तैयार
एटीएस की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ कटकी, अब्दुल सामी और जिशान हैदर तिहाड़ जेल में है.
जबकि अहमद मसूद अकरम और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में बंद है. कलीमउद्दीन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जिहाद और आतंकवादी घटनाओं के लिए युवाओं को तैयार करता था.
झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करना और जिहाद के लिए लोगों को तैयार करना उसका मुख्य काम था. वह युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित करके संगठन में जोड़ता था और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों के जिहादी प्रशिक्षण शिविर खासकर पाकिस्तान में शामिल होने के लिए भेजता था.
चान्हो का रहने वाला है कलीमुद्दीन
गिरफ्तार आतंकवादी मो. कलीमुद्दीन मुख्य रूप से चान्हो के रडगांव का रहने वाला है और फिलहाल जमशेदपुर में रह रहा था. वह 2001 में आतंकवादी संगठन अलकायदा में शामिल हुआ था.
एटीएस की टीम कई दिनों से इस वांछित आतंकी के पीछे लगी हुई थी. एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि कई लोग अभी भी कलीमुद्दीन के संपर्क में थे, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है और पूछताछ में कई अहम जानकारियां भी हासिल की गई है.