मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर पद के लिए नानाभाऊ पटोले को निर्विरोध चुना गया है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने गए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने पर सभी विधायकों ने नानाभाऊ पटोले को शुभकामनाएं दी.
इसके बाद फडणवीस को सदन का नेता प्रतिपक्ष चुना गया. फडणवीस के नेता प्रतिपक्ष चुने जाने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं आपको विपक्ष का नेता नहीं बुलाउंगा. मैं आपको एक जिम्मेदार नेता कहूंगा.
शिवसेना-बीजेपी के अलगाव का जिक्र करते हुए उद्धव ने कहा, अगर आप हमारे साथ अच्छे होते, तो ये सब नहीं हुआ होता.
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर के चुनाव से पहले प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि पार्टी ने किशन कठोरे का नामांकन वापस ले लिया था. इससे पहले प्रोटेम स्पीकर दिलीप वलसे पाटिल ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी.
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने जानकारी दी कि भाजपा ने किशन कठोरे का नामांकन वापस ले लिया है. उन्होंने बताया कि रविवार सुबह सत्ता पक्ष के सभी लोगों के साथ बैठक में भाजपा ने यह निर्णय लिया है. विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव अब निर्विरोध होगा.
बता दें कि बैठक में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई नेता विधानसभा पहुंचे.
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एक माह से ज्यादा की राजनीतिक उठा-पटक के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
इसके बाद शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव ठाकरे का बहुमत परीक्षण कराया गया. ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन (महा विकास आघाडी) सरकार शक्ति परीक्षण में पास हो गई.
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में शनिवार को हुए फ्लोर टेस्ट के दौरान भाजपा के 105 विधायक बहिर्गमन (वॉक आउट) कर गए.
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शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्राटेम स्पीकर की नियुक्ति और विधानसभा में राष्ट्रगान नहीं होने को लेकर आपत्ति भी जताई.