अजमेर (राजस्थान): अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शरीफ को जायरीनों (श्रद्धालुओं) के लिए दोबारा खोल दिया गया है. कोरोना लॉकडाउन की घोषणा के बाद 23 मार्च से अजमेर दरगाह बंद थी. पांच महीने के बाद श्रद्धालुओं को दोबारा जियारत करने का मौका मिला. 23 मार्च से बंद दरगाह को सात सितंबर को दोबारा खोले जाने पर श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है.
दरगाह कमेटी और जिला प्रशासन की तरफ से दरगाह शरीफ में श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत मिली गई है. दरगाह कमेटी की तरफ से सैनिटाइजेशन, थर्मल स्कैनिंग और मास्क की व्यवस्था की गई है.
दरगाह में जाने के लिए मास्क लगाने जरूरी होगा. दरगाह में सोशल डिस्टेंसिंग का पालने करने के लिए चार-चार फीट की दूरी पर गोल निशान बनाए गए हैं.
खास बात यह है कि दरगाह शरीफ की तमाम दुकानें बंद रखी जाएंगी और मस्जिदों में नमाज के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. जियारत के दौरान चादर और फूल भी भेंट नहीं किए जाएंगे. जायरीन एक गेट से प्रवेश करेंगे और दूसरे गेट से बाहर निकलेंगे.
दरगाह के तमाम गेट पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहेंगी और बगैर मास्क व स्कैनिंग के किसी को दरगाह में दाखिल होने नहीं दिया जाएगा.