नई दिल्ली: एयर इंडिया ने उन कर्मचारियों को चिन्हित करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जिन्हें छह महीने से लेकर पांच साल तक की अवधि के लिए बिना वेतन (एलडब्ल्यूपी) के छुट्टी पर भेजा जा सकता है.
एक सर्कुलर के अनुसार इस चार सदसीय समिति में महाप्रबंधक - कार्मिक, संयोजक, महाप्रबंधक - वित्त, सदस्य, विभागीय प्रमुख और रीजनल डायरेक्टर ऑफिस (आरडी) के एक प्रतिनिधि को शामिल किया गया है.
नई दिल्ली में एयरलाइन मुख्यालय को समीक्षा और आगे की सिफारिशों के लिए कर्मचारियों की सूची 11 अगस्त, 2020 तक क्षेत्रीय निदेशक कार्यालय में प्रस्तुत की जानी है. सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया में लगभग 10,000 कर्मचारी हैं.
बता दें कि सोमवार को एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों के भत्ते में 20 फीसदी से 50 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया था. कंपनी के अनुसार संशोधित भत्ता एक अप्रैल से प्रभावी होगा और एयरलाइन बोर्ड द्वारा अगली समीक्षा तक लागू रहेगा.
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एयर इंडिया ने कोरोना महामारी को देखते हुए बिना वेतन (एलडब्ल्यूपी) के छुट्टी की योजना शुरु की है जिसकी अवधि छह महीने से पांच साल तक है.
भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ और पांच अन्य यूनियन ने एक बयान में कहा था कि एयर इंडिया द्वारा वेतन समझौता पर सहमति से कोई एकतरफा बदलाव अवैध होगा.