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गंभीर बीमारी से जूझ रही बच्ची के लिए एयर इंडिया ने किए विशेष इंतजाम - ट्रैकियो एस्फैगियल फिस्टुला

एयर इंडिया के विमान से एक नवजात को विशेष इलाज के लिए अगरतला से कोलकाता लाया गया. विमान पर उसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई थी. 20 दिनों की यह बच्ची गंभीर बीमारी से जूझ रही है.

air india special treatment
जन्मजात बीमारी से ग्रसित बच्ची
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Published : Jun 5, 2020, 1:16 PM IST

नई दिल्ली : एयर इंडिया की फ्लाइट में 20 दिन की नवजात को अगरतला से कोलकाता लाया गया. इलाज के लिए शुक्रवार को कोलकाता पहुंची यह नवजात जन्मजात बीमारी से ग्रसित है. ट्रैकियो एस्फैगियल फिस्टुला से ग्रसित इस बच्ची को एयर ट्रैवल के दौरान लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की आवश्यकता थी.

मेडिकल साइंस के अनुसार यह बीमारी एसोफेगस और ट्रैकिया के बीच असामान्य कनेक्शन के कारण होता है. एसोफेगस गले से पेट तक जाने वाली ट्यूब है और ट्रैकिया गले से विंडपाइप और फेफड़े तक जाने वाली ट्यूब है.

अगरतला के एयर इंडिया स्टेशन मैनेजर के अनुसार अगरतला में डॉक्टरों ने मारन देबनाथ और उनकी पत्नी सोमा को बताया कि 20 साल के इस बच्चे की जिंदगी कोलकाता में ही बचाई जा सकती है, इसलिए किसी तरह वहां पहुंचने का इंतजाम करें. वहां इस बीमारी का विशेष इलाज मौजूद है, जिसमें एक जटिल ऑपरेशन की प्रक्रिया होती है.

पढ़ें- ओडिशा : रथ यात्रा से पहले स्नान पूर्णिमा की शुरुआत, पुरी में धारा 144 लागू

कोलकाता हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरने के बाद बच्ची के पिता मारन ने एयर इंडिया को सभी बाधाओं को पार करते हुए कोलकाता के लिए उड़ान भरने और बिना रुके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.

नई दिल्ली : एयर इंडिया की फ्लाइट में 20 दिन की नवजात को अगरतला से कोलकाता लाया गया. इलाज के लिए शुक्रवार को कोलकाता पहुंची यह नवजात जन्मजात बीमारी से ग्रसित है. ट्रैकियो एस्फैगियल फिस्टुला से ग्रसित इस बच्ची को एयर ट्रैवल के दौरान लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की आवश्यकता थी.

मेडिकल साइंस के अनुसार यह बीमारी एसोफेगस और ट्रैकिया के बीच असामान्य कनेक्शन के कारण होता है. एसोफेगस गले से पेट तक जाने वाली ट्यूब है और ट्रैकिया गले से विंडपाइप और फेफड़े तक जाने वाली ट्यूब है.

अगरतला के एयर इंडिया स्टेशन मैनेजर के अनुसार अगरतला में डॉक्टरों ने मारन देबनाथ और उनकी पत्नी सोमा को बताया कि 20 साल के इस बच्चे की जिंदगी कोलकाता में ही बचाई जा सकती है, इसलिए किसी तरह वहां पहुंचने का इंतजाम करें. वहां इस बीमारी का विशेष इलाज मौजूद है, जिसमें एक जटिल ऑपरेशन की प्रक्रिया होती है.

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कोलकाता हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरने के बाद बच्ची के पिता मारन ने एयर इंडिया को सभी बाधाओं को पार करते हुए कोलकाता के लिए उड़ान भरने और बिना रुके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.

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