नई दिल्ली : देशभर में फैले कोरोना वायरस के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ऐलान किया कि देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों के घर जाने के लिए रेलयात्रा का खर्च कांग्रेस पार्टी वहन करेगी. इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए एक संदेश जारी किया है.
प्रवासी मजदूरों को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने एक वीडियो के जरिए कहा कि जैंसे कि' किसान हमारे अन्नदाता हैं, वैसे ही श्रमिक इस राष्ट्र के निर्माता हैं. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि अभी भी लाखों प्रवासी श्रमिक हैं जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं.
और इस कोरोना वायरस महामारी के कठिन समय में अपने घरों को वापस जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उनके पास न केवल संसाधनों और धन बल्कि राशन की भी कमी है.
उन्होंने आगे कहा,'जब हम प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा के बारे में सुनते हैं, तो यह परिवार के सदस्य की तरह महसूस होता है. यह एक पिता, एक पति, एक बेटे की आवाज है जो अपने बच्चों, पत्नी और माता-पिता के पास वापस जाना चाहता है.'
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वहीं सोनिया गांधी ने अपने राज्यों को लौट रहे प्रवासी मजदूरों से ट्रेन का किराया वसूलने के लिए केंद्र सरकार को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि सरकार प्रवासी मजदूरों से ट्रेन यात्रा के लिए किराया ले रही है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि राष्ट्र के इन निर्माताओं के लिए हजारों करोड़ की दान राशि का उपयोग किया जाएगा. जिससे वह सुरक्षित अपने राज्यों तक पहुंचे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.'