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'मेक इन इंडिया' जियो और गूगल की साझेदारी का परिणाम है किफायती स्मार्टफोन - काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर

देश में आम लोगों के लिए जियो और गूगल मिलकर स्मार्टफोन्स बनाएंगे. जो बेहद किफायती दामों में उपलब्ध होंगे. दोनों के बीच हुए समझौते के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि हमारा उद्देश्य हर भारतीय के पास नवीनतम फीचर वाला स्मार्टफोन पहुंचाना है. वहीं मुकेश अंबानी ने कहा कि देश को हम 2जी मुक्त बनाएंगे. पढ़ें पूरी खबर....

मेक इन इंडिया
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Published : Jul 16, 2020, 3:46 AM IST

नई दिल्ली : जियो प्लेटफॉर्म और गूगल ने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर के लिए अनुकूलन के किफायती स्मार्टफोन को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक वाणिज्यिक समझौता किया है.

अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, 'मैं उत्साहित हूं कि हमारा संयुक्त सहयोग उन करोड़ों भारतीयों तक पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो वर्तमान में भी मोबाइल में हुए बदलाव का अनुभव में नहीं पा रहे हैं.'

बता दें कि रिलायंस जियो ने 2017 में जियो फोन लॉन्च किया था. जो वर्तमान में देश के फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के बीच 20 फीसदी है.

मुकेश अंबानी ने अपने 43वें एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि जियो ने शून्य से प्रारंभ कर पूर्णतया अपना 5जी समाधान डिजाइन और विकसित किया है. यह परीक्षण के लिए तैयार है. अगले साल जितनी जल्दी 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा उतनी ही जल्दी हम इसका प्रायोगिक परीक्षण शुरू कर देंगे.

काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने बताया कि जियो में मूल्य निर्धारण में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कम आंकने की क्षमता है जैसा कि हमने पहले देखा है.

उन्होंने कहा कि गूगल की साझेदारी इसे स्थिर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अनुभव प्रदान करने के लिए अधिक लचीलापन देगी. व्यक्तिगत रूप से, शुरुआती 4 जी स्मार्टफोन लॉन्च के साथ जियो और एंड्रॉइड वन प्रोग्राम के साथ गूगल ने प्रवेश स्तर(प्रारंभिक दामों) के स्मार्टफोन उपयोगकर्ता को पकड़ने के लिए अतीत में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था लेकिन सफल नहीं हुआ था.

तरुण पाठक ने कहा कि हालांकि 5जी नेटवर्क के लाइव होते ही हम इसे देख रहे हैं.

गूगल ने कहा कि वह जियो और अन्य नेतृत्वकर्ताओं के साथ स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में काम करना चाहता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्ले स्टोर में एप्स और सेवाओं के साथ स्मार्टफोन - देशभर में भारतीयों में के पास तक पहुंच सके.

पढ़ें : 2021 में 5जी सेवा शुरू कर सकती है जियो, अंबानी बोले- देश को बनाएंगे 2जी मुक्त

गूगल इंडिया कंट्री हेड और उपाध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा, 'हम मानते हैं कि भारतीय नवाचार की गति का मतलब है कि भारत के लिए हमारे द्वारा बनाए गए अनुभवों का विस्तार दुनिया के बाकी हिस्सों में भी हो सकता है.'

उन्होंने कहा कि गूगल ने 2004 में बेंगलुरु और हैदराबाद में अपना पहला भारतीय परिसर खोला. तब से हमने भारत को अपने नेक्स्ट बिलियन यूजर्स की पहल के लिए केंद्र बनाया है, यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है कि इंटरनेट पहली बार ऑनलाइन आने वाले लोगों के लिए उपयोगी है.

गूगल के प्रोजेक्ट मैनेजर समीर समत ने बताया कि हमने अपनी एप और सेवाओं में सुधार किया है इसलिए वह अधिक भारतीय भाषाओं में प्रासंगिक हैं और नेटवर्क बाधाओं का सामना करने वाले लोगों के लिए ऑफलाइन संस्करण बनाया.

नई दिल्ली : जियो प्लेटफॉर्म और गूगल ने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर के लिए अनुकूलन के किफायती स्मार्टफोन को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक वाणिज्यिक समझौता किया है.

अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, 'मैं उत्साहित हूं कि हमारा संयुक्त सहयोग उन करोड़ों भारतीयों तक पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो वर्तमान में भी मोबाइल में हुए बदलाव का अनुभव में नहीं पा रहे हैं.'

बता दें कि रिलायंस जियो ने 2017 में जियो फोन लॉन्च किया था. जो वर्तमान में देश के फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के बीच 20 फीसदी है.

मुकेश अंबानी ने अपने 43वें एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि जियो ने शून्य से प्रारंभ कर पूर्णतया अपना 5जी समाधान डिजाइन और विकसित किया है. यह परीक्षण के लिए तैयार है. अगले साल जितनी जल्दी 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा उतनी ही जल्दी हम इसका प्रायोगिक परीक्षण शुरू कर देंगे.

काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने बताया कि जियो में मूल्य निर्धारण में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कम आंकने की क्षमता है जैसा कि हमने पहले देखा है.

उन्होंने कहा कि गूगल की साझेदारी इसे स्थिर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अनुभव प्रदान करने के लिए अधिक लचीलापन देगी. व्यक्तिगत रूप से, शुरुआती 4 जी स्मार्टफोन लॉन्च के साथ जियो और एंड्रॉइड वन प्रोग्राम के साथ गूगल ने प्रवेश स्तर(प्रारंभिक दामों) के स्मार्टफोन उपयोगकर्ता को पकड़ने के लिए अतीत में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था लेकिन सफल नहीं हुआ था.

तरुण पाठक ने कहा कि हालांकि 5जी नेटवर्क के लाइव होते ही हम इसे देख रहे हैं.

गूगल ने कहा कि वह जियो और अन्य नेतृत्वकर्ताओं के साथ स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में काम करना चाहता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्ले स्टोर में एप्स और सेवाओं के साथ स्मार्टफोन - देशभर में भारतीयों में के पास तक पहुंच सके.

पढ़ें : 2021 में 5जी सेवा शुरू कर सकती है जियो, अंबानी बोले- देश को बनाएंगे 2जी मुक्त

गूगल इंडिया कंट्री हेड और उपाध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा, 'हम मानते हैं कि भारतीय नवाचार की गति का मतलब है कि भारत के लिए हमारे द्वारा बनाए गए अनुभवों का विस्तार दुनिया के बाकी हिस्सों में भी हो सकता है.'

उन्होंने कहा कि गूगल ने 2004 में बेंगलुरु और हैदराबाद में अपना पहला भारतीय परिसर खोला. तब से हमने भारत को अपने नेक्स्ट बिलियन यूजर्स की पहल के लिए केंद्र बनाया है, यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है कि इंटरनेट पहली बार ऑनलाइन आने वाले लोगों के लिए उपयोगी है.

गूगल के प्रोजेक्ट मैनेजर समीर समत ने बताया कि हमने अपनी एप और सेवाओं में सुधार किया है इसलिए वह अधिक भारतीय भाषाओं में प्रासंगिक हैं और नेटवर्क बाधाओं का सामना करने वाले लोगों के लिए ऑफलाइन संस्करण बनाया.

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