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चक्रवात 'फेनी' का खतरा गहराया, NDRF और तटरक्षक हाई अलर्ट पर - एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल हाई अलर्ट पर

चक्रवात 'फोनी' को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा कि यह यह तूफान गुरुवार तक 'बेहद गंभीर चक्रवात' में तब्दील हो सकता है.

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Published : Apr 29, 2019, 6:29 PM IST

Updated : Apr 29, 2019, 7:07 PM IST

नई दिल्ली : गृह मंत्रालय ने चक्रवात 'फोनी' को लेकर अलर्ट जारी किया है. उन्होंने कहा कि चक्रवात 'फोनी' के कारण सोमवार शाम तक बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान आने की आशंका है. इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है.

जानकारी मिली है कि गुरुवार तक यह तूफान 'बेहद खतरनाक चक्रवात' का रूप ले सकता है.

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने अपने दोपहर एक बजे के बुलेटिन में कहा कि चक्रवाती तूफान वर्तमान में त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से 620 किलोमीटर पूर्व, चेन्नई (तमिलनाडु) से 880 किमी दक्षिण-पूर्व में और मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है.

पढ़ेंः मौसम विभाग का अलर्ट, अगले 24 घंटे में खतरनाक हो सकता है चक्रवाती तूफान फानी

बुलेटिन में कहा गया, 'अगले छह घंटों में इस चक्रवाती तूफान के और तेज होने की आशंका है तथा बाद के 24 घंटों में यह बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. इसके एक मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके बाद धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ने की संभावना है.'

मौसम विभाग ने कहा कि यह गुरुवार तक 'बेहद गंभीर चक्रवात' में तब्दील हो सकता है.

आपातकालीन स्थिति मामलों की देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को चक्रवात 'फोनी' से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया और राज्य सरकारों को तूफान से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी सहायता मिलने का आश्वासन दिया.

गृह मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों से समुद्र में न जाने को कहा गया है क्योंकि चक्रवात 'फोनी' के मंगलवार को बहुत तेज तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है.

पढ़ेंः चक्रवाती तूफान 'फैनी' के चलते दक्षिण भारत में अलर्ट

आम तौर पर किसी चक्रवाती तूफान की हवाओं की गति 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा होती है जबकि हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है. 'अत्यंत भयंकर चक्रवाती तूफान' के मामले में, हवा की गति 170-180 किमी प्रति घंटे तक हो जाती है और यह 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकती है.

गुरुवार को उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की व मध्यम बारिश होने की संभावना है.

कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में यहां एनसीएमसी की बैठक हुई और हालात का जायजा लिया गया. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और प्रधान सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए.

बैठक में केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. इसमें सभी राज्य सरकारों के अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी तैयारी की पुष्टि की.

स्थिति पर करीबी नजर रख रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद एनसीएमसी की बैठक हुई.

पढ़ेंः SC की सख्त टिप्पणी- कोर्ट के साथ Hide एंड Seek ना खेलें

इस बीच, ओडिशा सरकार के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को कहा कि संभावित चक्रवात के मद्देनजर राज्य सरकार ने दक्षिणी और तटीय जिलों को सतर्क कर दिया है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि राज्य में चक्रवात की वजह से भूस्खलन की संभावना नहीं है.

अधिकारी ने कहा कि सभी 880 चक्रवात केंद्रों के अलावा ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल) की 20 इकाइयों, एनडीआरएफ की 12 इकाइयों और 335 अग्निशमन इकाइयों को भी अलर्ट पर रखा गया है.

(भाषा इनपुट)

नई दिल्ली : गृह मंत्रालय ने चक्रवात 'फोनी' को लेकर अलर्ट जारी किया है. उन्होंने कहा कि चक्रवात 'फोनी' के कारण सोमवार शाम तक बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान आने की आशंका है. इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है.

जानकारी मिली है कि गुरुवार तक यह तूफान 'बेहद खतरनाक चक्रवात' का रूप ले सकता है.

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने अपने दोपहर एक बजे के बुलेटिन में कहा कि चक्रवाती तूफान वर्तमान में त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से 620 किलोमीटर पूर्व, चेन्नई (तमिलनाडु) से 880 किमी दक्षिण-पूर्व में और मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है.

पढ़ेंः मौसम विभाग का अलर्ट, अगले 24 घंटे में खतरनाक हो सकता है चक्रवाती तूफान फानी

बुलेटिन में कहा गया, 'अगले छह घंटों में इस चक्रवाती तूफान के और तेज होने की आशंका है तथा बाद के 24 घंटों में यह बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. इसके एक मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके बाद धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ने की संभावना है.'

मौसम विभाग ने कहा कि यह गुरुवार तक 'बेहद गंभीर चक्रवात' में तब्दील हो सकता है.

आपातकालीन स्थिति मामलों की देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को चक्रवात 'फोनी' से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया और राज्य सरकारों को तूफान से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी सहायता मिलने का आश्वासन दिया.

गृह मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों से समुद्र में न जाने को कहा गया है क्योंकि चक्रवात 'फोनी' के मंगलवार को बहुत तेज तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है.

पढ़ेंः चक्रवाती तूफान 'फैनी' के चलते दक्षिण भारत में अलर्ट

आम तौर पर किसी चक्रवाती तूफान की हवाओं की गति 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा होती है जबकि हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है. 'अत्यंत भयंकर चक्रवाती तूफान' के मामले में, हवा की गति 170-180 किमी प्रति घंटे तक हो जाती है और यह 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकती है.

गुरुवार को उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की व मध्यम बारिश होने की संभावना है.

कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में यहां एनसीएमसी की बैठक हुई और हालात का जायजा लिया गया. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और प्रधान सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए.

बैठक में केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. इसमें सभी राज्य सरकारों के अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी तैयारी की पुष्टि की.

स्थिति पर करीबी नजर रख रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद एनसीएमसी की बैठक हुई.

पढ़ेंः SC की सख्त टिप्पणी- कोर्ट के साथ Hide एंड Seek ना खेलें

इस बीच, ओडिशा सरकार के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को कहा कि संभावित चक्रवात के मद्देनजर राज्य सरकार ने दक्षिणी और तटीय जिलों को सतर्क कर दिया है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि राज्य में चक्रवात की वजह से भूस्खलन की संभावना नहीं है.

अधिकारी ने कहा कि सभी 880 चक्रवात केंद्रों के अलावा ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल) की 20 इकाइयों, एनडीआरएफ की 12 इकाइयों और 335 अग्निशमन इकाइयों को भी अलर्ट पर रखा गया है.

(भाषा इनपुट)

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MHA-LD CYCLONE
Cyclone Fani very likely to intensify into severe cyclonic storm by evening: IMD
(Eds: Updates with more quotes, NCMC meeting)
         New Delhi, Apr 29 (PTI) Cyclone 'Fani' is very likely to intensify into a 'severe cyclonic storm' by Monday evening and could take shape of an 'extremely severe cyclone' by Thursday, prompting the government to put the NDRF and the Indian Coast Guard on high alert, officials said Monday.
         In its 1 pm bulletin, the Cyclone Warning Division of the India Meteorological Department (IMD) said the storm currently lays about 620 km east of Trincomalee (Sri Lanka), 880 km southeast of Chennai (Tamil Nadu) and 1050 km south-southeast of Machilipatnam (Andhra Pradesh).
         "It is very likely to intensify into a severe cyclonic storm during next six hours and into a very severe cyclonic storm during subsequent 24 hours. It is very likely to move northwestwards till May 1 evening and thereafter recurve north-northeastwards gradually," the bulletin said.
         It is likely to further intensify into an "extremely severe cyclone" by Thursday, the IMD said.
         The National Crisis Management Committee (NCMC), the country's top body to deal with emergency situation, Monday took stock of the situation arising out of the cyclone 'Fani' and assured the state governments concerned of all assistance from the central government to face the storm.
         The National Disaster Response Force (NDRF) and the Indian Coast Guard have been put on high alert and the fishermen were asked not to venture into the sea as cyclone 'Fani' is expected to intensify into a very severe storm by Tuesday, the Home Ministry said.
         The wind speed of a cyclonic storm is 80-90 kilometres per hours with wind gusting up to 100 kmph. In case of an 'extremely severe cyclonic storm', the wind speed goes up to 170-180 kmph and could gain the speed of 195 kmph.
         Light to moderate rainfall at few places is very likely over north coastal Andhra Pradesh and south coastal Odisha on Thursday.
         The precipitation is likely to increase in intensity with "heavy to very heavy rainfall" at isolated places over coastal Odisha and adjoining districts of north coastal Andhra Pradesh from Thursday.
         Light to moderate rainfall is expected at many places. Downpour at isolated places is also very likely to start over coastal districts of West Bengal from Friday, the IMD said.
         The NCMC met here under the chairmanship of Cabinet Secretary P K Sinha and took stock of the situation. Chief secretaries, principal secretaries of Tamil Nadu, Andhra Pradesh, Odisha and West Bengal attended the meeting through video conference.
         Senior officers from the central ministries and agencies concerned also attended the meeting.
         The NDRF and Indian Coast Guard have been put on high alert and are coordinating with the state governments. The home ministry has assured the state governments to release in advance the first instalment of State Disaster Response Fund, as per their request, a home ministry statement said.
         During the meeting, officers of all the state governments concerned confirmed their full preparedness to deal with any emerging situation arising out of the cyclonic storm.          
         Further, the state governments have adequately warned fishermen not to venture into the sea and highlighted that there is a seasonal ban on fishing in sea up to June 14 due to breeding season.
         The state governments were advised to effectively enforce this ban.
         According to the IMD, its landfall over Tamil Nadu and Andhra Pradesh is ruled out. However, the possibility of landfall in Odisha is under continuous watch.
         Regular warnings have been issued since April 25 to fishermen not to venture into the sea and asking those at sea to return to the coast.
         The IMD has been issuing three hourly bulletins with latest forecast to all the states concerned. The home ministry is also in continuous touch with the state governments and the central agencies concerned, the statement said.
          The NCMC meeting followed directions from Prime Minister Narendra Modi, who is closely monitoring the situation. The NCMC will meet again Tuesday to take stock of the situation. PTI ACB PR         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
DPB
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NNNN
Last Updated : Apr 29, 2019, 7:07 PM IST
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