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हिमाचल में ईटीवी भारत की खबर का असर, कुलदीप को मिली प्रशासन की मदद

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Published : Jul 24, 2020, 11:00 PM IST

ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. दरअसल, हिमाचल प्रदेश के ज्वालामुखी में गुम्मर गांव के कुलदीप ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गाय को 6 हजार में बेचकर स्मार्टफोन खरीदा था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्रशासन जागा और कुलदीप के घर जाकर कई योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया. फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने भी कहीं से जानकारी लगने पर इस खबर पर ट्ववीट किया.

खबर का असर
खबर का असर

कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) : ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. दरअसल, कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी में गुम्मर गांव के कुलदीप ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गाय को 6 हजार में बेचकर स्मार्टफोन खरीदा था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्रशासन जागा और कुलदीप के घर जाकर कई योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.

ईटीवी भारत द्वारा खबर दिखाने के बाद प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जागा और कुलदीप से मुलाकात की. देहरा बीडीओ डॉक्टर स्वाति गुप्ता ने बताया कि उन्होंने गांव जाकर कुलदीप से मुलाकात की. परिवार को समग्र योजना के तहत लाभान्वित करने का आश्वासन दिया गया है.

सरकारी योजना के तहत बगीचे और वाटर टैंक के लिए भी कुलदीप की मदद की जाएगी. इसके अलावा उन्होंने पंचायत रिकॉर्ड की भी जांच की है. जांच में पाया गया कि 2018 में कुलदीप और उसके परिवार का जॉब कार्ड बनाया गया है, जबकि उसने मौके पर इसको नकारा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में भी पंचायत रिकॉर्ड में कुलदीप का नाम डाला गया है. जैसे ही पंचायत को फंड मिलेगा उसे आवास बनाकर दिया जाएगा.

ईटीवी भारत की खबर का असर

पड़ोसी ने खरीदी है कुलदीप की गाय
कुलदीप के पड़ोसी सुरिंदर मोहन ने बताया, 'मैंने गाय छह हजार में खरीदी. खुद कुलदीप गाय बांधकर गया है. अगर वह गाय वापस लेना चाहता है तो चार लोगों को लेकर बातचीत कर सकता है. मैं गाय वापस देने को तैयार हूं.'

बताया जा रहा है कि कुलदीप को अधिकारियों ने गाय वापस दिलाने की बात कही है, लेकिन कुलदीप ने इससे इनकार कर दिया है.

बीपीएल की गाइडलाइंस पूरी नहीं करता कुलदीप
पंचायत प्रधान रामलोक धनोटिया ने बताया कि कुलदीप कुमार को बीपीएल में नहीं डाला जा सकता है, क्योंकि वह सरकार की प्रथम दो गाइडलाइंस को पूरा नहीं करता है. जिसमें पहली गाइडलाइंस एक साल में 20 दिन मनरेगा का होना अनिवार्य है. दूसरी में 25 हजार से ज्यादा प्रत्येक माह की आय नहीं होनी चाहिए.

जानकारी के अनुसार, कुलदीप कुमार की एक बेटी और एक बेटा है. घर से 10 किलोमीटर दूर अल्पाइन पब्लिक स्कूल, सुका बाग में पढ़ते हैं.

बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए खरीदा मोबाइल
कुलदीप कुमार ने गाय बेचकर छह हजार रुपये का मोबाइल फोन बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए खरीदा. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. किसी माध्यम से ये खबर फिल्म अभिनेता सोनू सूद तक भी पहुंची और उन्होंने ट्वीट कर मदद करने की बात कही.

बताया जा रहा कि कुलदीप ने 3 महीने पहले 30 अप्रैल 2020 को मोबाइल फोन खरीदा था, जबकि गाय उसने पांच-छह दिन पहले ही 6 हजार रुपये में बेची है. कुलदीप का कहना है कि उसने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल फोन 6 हजार में खरीदा है. कर्ज उतारने के लिए उसने गाय को बेचा.

जानकारी के मुताबिक गांव का दौरा करने वालों में उपमंडल अधीक्षक राजन शर्मा, तहसीलदार जगदीश शर्मा के साथ पूर्व प्रधान विपिन शर्मा सहित अन्य लोग शामिल रहे.

बीते दिनों विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला भी कुलदीप कुमार के घर गए थे. इस दौरान कुलदीप कुमार को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया था. विधायक ने मौके पर कहा था कि कुलदीप का बीपीएल से नाम कैसे कटा इसकी जांच होगी.

कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) : ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. दरअसल, कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी में गुम्मर गांव के कुलदीप ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गाय को 6 हजार में बेचकर स्मार्टफोन खरीदा था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्रशासन जागा और कुलदीप के घर जाकर कई योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.

ईटीवी भारत द्वारा खबर दिखाने के बाद प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जागा और कुलदीप से मुलाकात की. देहरा बीडीओ डॉक्टर स्वाति गुप्ता ने बताया कि उन्होंने गांव जाकर कुलदीप से मुलाकात की. परिवार को समग्र योजना के तहत लाभान्वित करने का आश्वासन दिया गया है.

सरकारी योजना के तहत बगीचे और वाटर टैंक के लिए भी कुलदीप की मदद की जाएगी. इसके अलावा उन्होंने पंचायत रिकॉर्ड की भी जांच की है. जांच में पाया गया कि 2018 में कुलदीप और उसके परिवार का जॉब कार्ड बनाया गया है, जबकि उसने मौके पर इसको नकारा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में भी पंचायत रिकॉर्ड में कुलदीप का नाम डाला गया है. जैसे ही पंचायत को फंड मिलेगा उसे आवास बनाकर दिया जाएगा.

ईटीवी भारत की खबर का असर

पड़ोसी ने खरीदी है कुलदीप की गाय
कुलदीप के पड़ोसी सुरिंदर मोहन ने बताया, 'मैंने गाय छह हजार में खरीदी. खुद कुलदीप गाय बांधकर गया है. अगर वह गाय वापस लेना चाहता है तो चार लोगों को लेकर बातचीत कर सकता है. मैं गाय वापस देने को तैयार हूं.'

बताया जा रहा है कि कुलदीप को अधिकारियों ने गाय वापस दिलाने की बात कही है, लेकिन कुलदीप ने इससे इनकार कर दिया है.

बीपीएल की गाइडलाइंस पूरी नहीं करता कुलदीप
पंचायत प्रधान रामलोक धनोटिया ने बताया कि कुलदीप कुमार को बीपीएल में नहीं डाला जा सकता है, क्योंकि वह सरकार की प्रथम दो गाइडलाइंस को पूरा नहीं करता है. जिसमें पहली गाइडलाइंस एक साल में 20 दिन मनरेगा का होना अनिवार्य है. दूसरी में 25 हजार से ज्यादा प्रत्येक माह की आय नहीं होनी चाहिए.

जानकारी के अनुसार, कुलदीप कुमार की एक बेटी और एक बेटा है. घर से 10 किलोमीटर दूर अल्पाइन पब्लिक स्कूल, सुका बाग में पढ़ते हैं.

बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए खरीदा मोबाइल
कुलदीप कुमार ने गाय बेचकर छह हजार रुपये का मोबाइल फोन बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए खरीदा. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. किसी माध्यम से ये खबर फिल्म अभिनेता सोनू सूद तक भी पहुंची और उन्होंने ट्वीट कर मदद करने की बात कही.

बताया जा रहा कि कुलदीप ने 3 महीने पहले 30 अप्रैल 2020 को मोबाइल फोन खरीदा था, जबकि गाय उसने पांच-छह दिन पहले ही 6 हजार रुपये में बेची है. कुलदीप का कहना है कि उसने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल फोन 6 हजार में खरीदा है. कर्ज उतारने के लिए उसने गाय को बेचा.

जानकारी के मुताबिक गांव का दौरा करने वालों में उपमंडल अधीक्षक राजन शर्मा, तहसीलदार जगदीश शर्मा के साथ पूर्व प्रधान विपिन शर्मा सहित अन्य लोग शामिल रहे.

बीते दिनों विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला भी कुलदीप कुमार के घर गए थे. इस दौरान कुलदीप कुमार को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया था. विधायक ने मौके पर कहा था कि कुलदीप का बीपीएल से नाम कैसे कटा इसकी जांच होगी.

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