नई दिल्ली : पुणे के भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार समाजिक कार्यकर्ता और कवि वरवरा राव को चक्कर आने की शिकायत पर मुंबई के सर जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह जानकारी उनके वकील ने दी. इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि वरवरा राव को रिहा किया जाए.
राव के वकील आर सत्यनारायण अय्यर ने बताया कि उन्हें चक्कर आने के बाद सोमवार रात को जेजे अस्पताल ले जाया गया. जहां पर राव के कुछ जांच किए गए.
राव पिछले दो साल से मुंबई की तलोजा जेल में बंद हैं. समाजिक कार्यकर्ता और उनके परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि वह कुछ समय से अस्वस्थ हैं. जेल प्रशासन से उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है.
सोमवार को राव के वकील ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दायर कीं, जिसमें उनके बिगड़ते स्वास्थ्य के लिए अस्थायी जमानत की मांग की गई और जेल अधिकारियों को उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखने के लिए, उन्हें एक राज्य-संचालित या निजी अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश देने की मांग की गई है.
राव के परिवार के सदस्यों ने रविवार को जेल प्रशासन से उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की मांग की और दावा किया कि जब तेलंगाना के रहने वाले वयोवृद्ध कार्यकर्ता ने पिछले सप्ताह उनसे संपर्क किया तो वह 'हतप्रभ' और चिंताग्रस्त थे.
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इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कार्यकर्ता वरवरा राव की रिहाई का अनुरोध किया है.
पत्र में चौधरी ने लिखा इस देश में 81 साल का एक व्यक्ति बिना अपना अपराध जाने सालों से जेल में बंद है अब वह मानसिक रूप से अक्षम हो गया है, कोई चिकित्सा सहायता नहीं है उसका नाम कवि वरवरा राव है. कृपया उन्हें कारावास से मुक्त करें.
उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया कि आप इस मामले में हस्तक्षेप कर और उसकी जान बचा सकते हैं अन्यथा हमारी आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी.
बता दें नवंबर 2018 में पांच अन्य लोगों के साथ राव को नक्सलियों के साथ संबंध और हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एक जनवरी, 2018 को पुणे जिले के भीमा कोरेगांव में हिंसा में 10 पुलिसकर्मियों सहित एक की मौत और कई घायल हो गए थे.
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कुछ लोगों द्वारा हिंसा भड़कने के बाद गांव की ओर जाने वाली कारों पर पथराव किया गया. पुलिस ने 162 लोगों के खिलाफ 58 मामले दर्ज किए थे.