नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनीष जांगिड़ ने रविवार शाम विश्वविद्यालय परिसर में हुई हिंसा मामले में लेफ्ट पर आरोप लगाया है.
मनीष जांगिड़ ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'रविवार को जब हम रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जा रहे थे तब लेफ्ट के लगभग 600 लोगों ने हम पर हमला किया, जिसके बाद मैं बेहोश हो गए और मुझे एम्स में भर्ती कराया गया.'
मनीष ने विश्वविद्यालय में हिंसा के पीछे छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो दिन पहले ही पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान उन्होंने सर्वर रूम को बाधा पहुंचाई थी.
एबीवीपी से ही जुड़े जेएनयू के छात्र शिवमणि साहू ने ईटीवी भारत से कहा कि रविवार शाम को हुई घटना के दौरान वे लोग पेरियार हॉस्टल छिप गए थे, लेकिन उनके ऊपर वहां पर भी पत्थर फेंके गए, नाम लेकर उन्हें ढूढा गया और फिर पिटाई की गई.
पढ़ें : JNU हिंसा पर राजनीतिक दलों के बीच घमासान जारी
फिलहाल जेएनयू कैंपस में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. छात्रों को बिना आईडी कार्ड के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. देशभर में कहीं ABVP तो कहीं लेफ्ट के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. विपक्ष ने इस घटना पर केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है तो वहीं केंद्र सरकार ने विपक्ष पर वार करते हुए कहा है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी.