बेंगलुरु : कर्नाटक की अनिता मैरी नाम की शिक्षिका 383 ह्रदय रोगी बच्चों को समर्थन देकर उन्हें सहारा दे रही है. दरअसल शिमोगा के भद्रावती के दोनाभाट्टा सरकारी स्कूल में शिक्षिका के तौर पर कार्यरत यह महिला न सिर्फ उन छात्रों को उनकी गलतियां सुधारने में मदद करती है, बल्कि कठिन समय में उनका समर्थन भी करती है.
बता दें कि इलाज के लिए पैसे न होने पर अनिता ने अपनी बहन को खो दिया था. अपनी बहन को खो देने वाली इस दुखद घटना ने उसका मन बदलकर रख दिया और वह गरीब बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने लगीं.
लगभग 383 बच्चे, जो ह्रदय रोग की समस्या से जूझ रहे हैं, अनिता उन्हें शिक्षा देने के साथ साथ उनका ख्याल भी रखती हैं.