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2020 में अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने वालीं 915 महिलाएं पकड़ाईं

भारत-बांग्लादेशल दोनों देशों के बीच अवैध रूप से सीमाओं को पार कर रहीं 915 महिलाओं को पकड़ा गया है. अधिकतम महिला तस्करी के मामले दक्षिण बंगाल से दर्ज किए गए हैं, जहां से 850 महिलाओं को बांग्लादेश में सीमा पार करते समय या भारत में प्रवेश करते समय पकड़ा गया.

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Published : Aug 23, 2020, 9:08 AM IST

Updated : Aug 23, 2020, 9:23 AM IST

915 women caught
भारत बांग्लादेश सीमा.

नई दिल्ली : भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर मानव तस्करी दोनों देशों के अधिकारियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस साल अगस्त के मध्य तक दोनों देशों के बीच अवैध रूप से सीमाओं को पार कर रहीं 915 महिलाओं को पकड़ा है.

गिरफ्तार लोगों में वे महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की और साथ ही वह महिलाएं, जिन्होंने एक जनवरी से 15 अगस्त के बीच दलाल या गुप्त सूचना मुहैया कराने वालों की सहायता से सीमा पार करने की कोशिश की थी. गृह मंत्रालय के आंकड़ों से इसका पता चला है.

रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ा
यह संख्या महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 2020 के अंत तक पिछले कुछ वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है. एक अनुमान के अनुसार, अगर तस्करी के दौरान पकड़ी गई महिलाओं की संख्या साढ़े सात महीने में ही 900 को पार कर गई है, तो यह इस साल के अंत तक 1,400 का आंकड़ा पार कर सकती है.

सीमा पार करते समय महिलाओं की गिरफ्तारी
भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पकड़ी गई महिलाओं की संख्या 2019 में 936, 2018 में रिकॉर्ड 1,107 और 2017 में 572 थी. इस साल सीमाओं पर पकड़ी गई कुल 915 महिलाओं में से सबसे अधिक 888 दक्षिण बंगाल से पकड़ी गई हैं. इसके बाद त्रिपुरा से 14, असम में गुवाहाटी से छह, उत्तर बंगाल से चार, मिजोरम और कछार से दो और मेघालय से एक महिला पकड़ी गई है.

अंतरराष्ट्रीय सीमा
भारत और बांग्लादेश 4,096.7 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं. इसमें से पश्चिम बंगाल (2,216.7 किमी), असम (263 किमी), मेघालय (443 किमी), त्रिपुरा (856 किमी) और मिजोरम (318 किमी) शामिल है.

दक्षिण बंगाल से सबसे ज्यादा मामले दर्ज
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि, अधिकतम महिला तस्करी के मामले दक्षिण बंगाल से दर्ज किए गए हैं, जहां से 850 महिलाओं को बांग्लादेश में पार करते समय या भारत में प्रवेश करते समय पकड़ा गया. यह संख्या 2018 में 620 और 2017 में 462 थी.

दूसरे स्थान पर त्रिपुरा
आंकड़ों से पता चलता है कि महिला तस्करी में 2019 में त्रिपुरा दूसरे स्थान पर रहा है, जहां तस्कीर के 52 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं 2018 में यहां 47 जबकि 2017 में 14 महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं हैं.

394 महिलाओं की गिरफ्तारी
असम में गुवाहाटी दक्षिण बंगाल के बाद 2018 में दूसरे स्थान पर रहा, जहां सीमा पार करते समय 394 महिलाओं की गिरफ्तारी हुई. वहीं 2019 में यह आंकड़ा आठ जबकि 2017 में छह था.

पढ़ें: लक्सर: 5 लाख की स्मैक के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

2020 में चार महिलाएं गिरफ्तार
उत्तर बंगाल सीमा के माध्यम से महिलाओं की तस्करी के मामलों में हालांकि पिछले कुछ वर्षों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. 2017 में यह आंकड़ा 87 था, लेकिन 2018 में 39 हो गया. वहीं, 2019 में यह संख्या 12 रही और इस साल 15 अगस्त तक केवल चार महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं.

मेघालय में एक महिला गिरफ्तार
मेघालय सीमांत क्षेत्र से इस वर्ष 15 अगस्त तक केवल एक महिला पकड़ी गईं, जबकि पिछले साल 11 महिलाओं को पकड़ा गया था. 2018 में यहां से छह और 2017 में तीन महिलाओं को सीमा पार करते हुए पकड़ा गया.

पढ़ें: लॉकडाउन-अनलॉक : देश में बढ़ रही महिलाओं की तस्करी

2017 में नहीं हुआ कोई मामला दर्ज
मिजोरम और असम के कछार से सबसे कम महिला तस्करी के मामले दर्ज किए गए हैं. इस साल 15 अगस्त तक इन क्षेत्रों से केवल दो महिलाओं को पकड़ा गया है. वहीं 2019 में यहां से तीन, 2018 में एक महिला सीमा पार करते हुए पकड़ी गई थी. इस क्षेत्र से 2017 में ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.

नई दिल्ली : भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर मानव तस्करी दोनों देशों के अधिकारियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस साल अगस्त के मध्य तक दोनों देशों के बीच अवैध रूप से सीमाओं को पार कर रहीं 915 महिलाओं को पकड़ा है.

गिरफ्तार लोगों में वे महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की और साथ ही वह महिलाएं, जिन्होंने एक जनवरी से 15 अगस्त के बीच दलाल या गुप्त सूचना मुहैया कराने वालों की सहायता से सीमा पार करने की कोशिश की थी. गृह मंत्रालय के आंकड़ों से इसका पता चला है.

रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ा
यह संख्या महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 2020 के अंत तक पिछले कुछ वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है. एक अनुमान के अनुसार, अगर तस्करी के दौरान पकड़ी गई महिलाओं की संख्या साढ़े सात महीने में ही 900 को पार कर गई है, तो यह इस साल के अंत तक 1,400 का आंकड़ा पार कर सकती है.

सीमा पार करते समय महिलाओं की गिरफ्तारी
भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पकड़ी गई महिलाओं की संख्या 2019 में 936, 2018 में रिकॉर्ड 1,107 और 2017 में 572 थी. इस साल सीमाओं पर पकड़ी गई कुल 915 महिलाओं में से सबसे अधिक 888 दक्षिण बंगाल से पकड़ी गई हैं. इसके बाद त्रिपुरा से 14, असम में गुवाहाटी से छह, उत्तर बंगाल से चार, मिजोरम और कछार से दो और मेघालय से एक महिला पकड़ी गई है.

अंतरराष्ट्रीय सीमा
भारत और बांग्लादेश 4,096.7 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं. इसमें से पश्चिम बंगाल (2,216.7 किमी), असम (263 किमी), मेघालय (443 किमी), त्रिपुरा (856 किमी) और मिजोरम (318 किमी) शामिल है.

दक्षिण बंगाल से सबसे ज्यादा मामले दर्ज
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि, अधिकतम महिला तस्करी के मामले दक्षिण बंगाल से दर्ज किए गए हैं, जहां से 850 महिलाओं को बांग्लादेश में पार करते समय या भारत में प्रवेश करते समय पकड़ा गया. यह संख्या 2018 में 620 और 2017 में 462 थी.

दूसरे स्थान पर त्रिपुरा
आंकड़ों से पता चलता है कि महिला तस्करी में 2019 में त्रिपुरा दूसरे स्थान पर रहा है, जहां तस्कीर के 52 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं 2018 में यहां 47 जबकि 2017 में 14 महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं हैं.

394 महिलाओं की गिरफ्तारी
असम में गुवाहाटी दक्षिण बंगाल के बाद 2018 में दूसरे स्थान पर रहा, जहां सीमा पार करते समय 394 महिलाओं की गिरफ्तारी हुई. वहीं 2019 में यह आंकड़ा आठ जबकि 2017 में छह था.

पढ़ें: लक्सर: 5 लाख की स्मैक के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

2020 में चार महिलाएं गिरफ्तार
उत्तर बंगाल सीमा के माध्यम से महिलाओं की तस्करी के मामलों में हालांकि पिछले कुछ वर्षों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. 2017 में यह आंकड़ा 87 था, लेकिन 2018 में 39 हो गया. वहीं, 2019 में यह संख्या 12 रही और इस साल 15 अगस्त तक केवल चार महिलाएं सीमा पार करते हुए पकड़ी गईं.

मेघालय में एक महिला गिरफ्तार
मेघालय सीमांत क्षेत्र से इस वर्ष 15 अगस्त तक केवल एक महिला पकड़ी गईं, जबकि पिछले साल 11 महिलाओं को पकड़ा गया था. 2018 में यहां से छह और 2017 में तीन महिलाओं को सीमा पार करते हुए पकड़ा गया.

पढ़ें: लॉकडाउन-अनलॉक : देश में बढ़ रही महिलाओं की तस्करी

2017 में नहीं हुआ कोई मामला दर्ज
मिजोरम और असम के कछार से सबसे कम महिला तस्करी के मामले दर्ज किए गए हैं. इस साल 15 अगस्त तक इन क्षेत्रों से केवल दो महिलाओं को पकड़ा गया है. वहीं 2019 में यहां से तीन, 2018 में एक महिला सीमा पार करते हुए पकड़ी गई थी. इस क्षेत्र से 2017 में ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.

Last Updated : Aug 23, 2020, 9:23 AM IST
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