नई दिल्ली : सुल्तान मशाइख ख्वाजा सैयद मुहम्मद निजामुद्दीन औलिया का 717 वां 5 दिवसीय उर्स बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जा रहा है. पांच दिन चलने वाले उर्स के मौके पर कोरोना के मद्देनजर कोविड 19 के लिए प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है.
उर्स के लिए पूरी दरगाह को खादिमों द्वारा सजाया गया है. इसके अलावा कव्वाली कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. हालांकि इस बार कव्वाली कार्यक्रम केवल 10 मिनट के लिए आयोजित किया जाएगा.
पांच दिवसीय उर्स के पहले दिन, उर्स समारोह की शुरुआत अस्र की नमाज के बाद शुरू हुई. इस दौरान कुरान के पाठ और फातिहा पढ़ी गई.
दरगाह के मुख्य प्रभारी सैयद मोहम्मद काशिफ अली निजामी ने कहा कि कोरोना को देखते हुए ख्वाजा हजरत निजामुद्दीन की दरगाह में तीर्थयात्रियों के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
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निजामी ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग को प्राथमिकता दी जा रही है और लंगर को पैकेट के माध्यम से वितरित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि फिलहाल कोरोना के देखते हुए कम ही लोगों को अंदर आने दिया जा रहा है.