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पाकिस्तान से 18 साल बाद भारत लौटी महिला कैदी, पासपोर्ट खोने पर हुई थी जेल - 65 year woman freed from Pakistani jail

65 वर्षीय हसीना बेगम, 18 साल पहले पति के रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गई थी, लेकिन पासपोर्ट खो जाने के बाद पाकिस्तानी जेल में ही बंद होकर रह गयी थी, वर्षों बाद अब वतन वापसी पर वह काफी भावुक हो गई.

Pakistani jail
महिला कैदी भारत लौटीं
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Published : Jan 27, 2021, 11:24 AM IST

Updated : Jan 27, 2021, 12:27 PM IST

औरंगाबाद (महाराष्ट्र) : पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद भारतीय महिला कैदी की 18 साल बाद वतन वापसी हुई है. 65 वर्षीय हसीना बेगम जो 18 साल पहले अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान गई थीं, लेकिन अपना पासपोर्ट खो जाने के बाद उन्हें पाकिस्तानी जेल में बंद कर दिया गया था, जिसके बाद मंगलवार (26 जनवरी) को भारत लौट आईं.

18 साल बाद वतन लौटीं हसीना बेगम का हुआ स्वागत

वतन वापसी की रिश्तेदारों को दी सूचना
प्रशासन ने वृद्धा हसीना (65) को गुरुनानक देव अस्पताल स्थित सराय में ठहराया है. प्रशासन की निगरानी में हसीना बीबी सात दिनों से यहां रह रही है. उपचार के बाद वह ठीक है. उनके रिश्तेदारों को भी ट्रैस कर लिया गया है. स्थानीय पुलिस को ई-मेल भेजकर अवगत कराया जा चुका है.

वतन लौटीं हसीना बेगम ने बयां किया दर्द
18 साल बाद वतन लौटीं हसीना बेगम का रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस अधिकारियों ने स्वागत किया. इस मौके पर उन्होंने कहा, मैं बहुत मुश्किलों से गुजरी हूं. अपने देश लौटने के बाद मुझे शांति, सुकून का अहसास हो रहा है. मुझे लग रहा है जैसे मैं स्वर्ग में हूं. मुझे पाकिस्तान में जबरदस्ती कैद कर लिया गया था. उन्होंने आगे कहा, मैं मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए औरंगाबाद पुलिस को धन्यवाद देना चाहती हूं.

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18 साल बाद भारत लौटी हसीना बेगम

पढ़ें : काशी में खुला देश का पहला वेद प्ले स्कूल

वहीं, हसीना बेगम के एक रिश्तेदार ख्वाजा जैनुद्दीन चिश्ती ने भी औरंगाबाद पुलिस को उनके घर देश वापस लाने में मदद के लिए धन्यवाद दिया.

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रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस अधिकारियों ने किया स्वागत

लाहौर में पासपोर्ट खो जाने के बाद जेल में बंद
बता दें कि अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए 18 साल पहले पाकिस्तान पहुंचने के बाद बेगम ने लाहौर में अपना पासपोर्ट खो दिया था. वह पिछले 18 वर्षों से पाकिस्तान की जेल में बंद थीं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद के सिटी चौक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राशिदपुरा इलाके की रहने वाली बेगम की शादी दिलशाद अहमद से हुई है, जो उत्तरप्रदेश के सहारनपुर के रहने वाला हैं.

पाकिस्तान अदालत से किया आग्रह
हसीना बेगम ने पाकिस्तान में अदालत से आग्रह किया कि वह निर्दोष है, जिसके बाद अदालत ने मामले में जानकारी मांगी. औरंगाबाद पुलिस ने पाकिस्तान को सूचना भेजी कि बेगम के नाम पर औरंगाबाद में सिटी चौक पुलिस स्टेशन के तहत एक घर पंजीकृत है. पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते बेगम को रिहा कर दिया और उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया.

औरंगाबाद (महाराष्ट्र) : पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद भारतीय महिला कैदी की 18 साल बाद वतन वापसी हुई है. 65 वर्षीय हसीना बेगम जो 18 साल पहले अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान गई थीं, लेकिन अपना पासपोर्ट खो जाने के बाद उन्हें पाकिस्तानी जेल में बंद कर दिया गया था, जिसके बाद मंगलवार (26 जनवरी) को भारत लौट आईं.

18 साल बाद वतन लौटीं हसीना बेगम का हुआ स्वागत

वतन वापसी की रिश्तेदारों को दी सूचना
प्रशासन ने वृद्धा हसीना (65) को गुरुनानक देव अस्पताल स्थित सराय में ठहराया है. प्रशासन की निगरानी में हसीना बीबी सात दिनों से यहां रह रही है. उपचार के बाद वह ठीक है. उनके रिश्तेदारों को भी ट्रैस कर लिया गया है. स्थानीय पुलिस को ई-मेल भेजकर अवगत कराया जा चुका है.

वतन लौटीं हसीना बेगम ने बयां किया दर्द
18 साल बाद वतन लौटीं हसीना बेगम का रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस अधिकारियों ने स्वागत किया. इस मौके पर उन्होंने कहा, मैं बहुत मुश्किलों से गुजरी हूं. अपने देश लौटने के बाद मुझे शांति, सुकून का अहसास हो रहा है. मुझे लग रहा है जैसे मैं स्वर्ग में हूं. मुझे पाकिस्तान में जबरदस्ती कैद कर लिया गया था. उन्होंने आगे कहा, मैं मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए औरंगाबाद पुलिस को धन्यवाद देना चाहती हूं.

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18 साल बाद भारत लौटी हसीना बेगम

पढ़ें : काशी में खुला देश का पहला वेद प्ले स्कूल

वहीं, हसीना बेगम के एक रिश्तेदार ख्वाजा जैनुद्दीन चिश्ती ने भी औरंगाबाद पुलिस को उनके घर देश वापस लाने में मदद के लिए धन्यवाद दिया.

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रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस अधिकारियों ने किया स्वागत

लाहौर में पासपोर्ट खो जाने के बाद जेल में बंद
बता दें कि अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए 18 साल पहले पाकिस्तान पहुंचने के बाद बेगम ने लाहौर में अपना पासपोर्ट खो दिया था. वह पिछले 18 वर्षों से पाकिस्तान की जेल में बंद थीं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद के सिटी चौक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राशिदपुरा इलाके की रहने वाली बेगम की शादी दिलशाद अहमद से हुई है, जो उत्तरप्रदेश के सहारनपुर के रहने वाला हैं.

पाकिस्तान अदालत से किया आग्रह
हसीना बेगम ने पाकिस्तान में अदालत से आग्रह किया कि वह निर्दोष है, जिसके बाद अदालत ने मामले में जानकारी मांगी. औरंगाबाद पुलिस ने पाकिस्तान को सूचना भेजी कि बेगम के नाम पर औरंगाबाद में सिटी चौक पुलिस स्टेशन के तहत एक घर पंजीकृत है. पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते बेगम को रिहा कर दिया और उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया.

Last Updated : Jan 27, 2021, 12:27 PM IST
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