कर्नूल: बन्नी उत्सव में हिस्सा लेने के दौरान लगभग 50 व्यक्तियों को चोटें आई हैं. हर साल यह त्योहार विजय दशमी के अगले दिन आयोजित किया जाता है. हालांकि, इस साल जिला प्रशासन ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर स्टिक फाइट फेस्टिवल आयोजित करने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था.
कुर्नूल जिले के देवरगट्टू और आस-पास के गांवों में बन्नी उत्सव आयोजित किया जाता है. इस त्योहार के भाग के रूप में लोग स्थानीय देवताओं की औपचारिक मूर्तियों को छूने के लिए लाठी से लड़ते हैं.
पुलिस प्रतिबंधों के बावजूद धारा 144 लगाने और हर जगह चेक पोस्ट स्थापित करने के बाद भी लोग नहीं रुके. रात 10.30 बजे तक काफी संख्या में लोग जमा हो गए और लाठियों से लड़ने लगे.
पुलिस इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों को रोकने में असमर्थ रही. यह फाइट आज सुबह तक जारी रही, जिसमें लगभग 50 लोग घायल हो गए.
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पहले यह बताया गया था कि कोरोना महामारी के मद्देनजर कुर्नूल जिले के देवरगट्टू गांव में इस साल बन्नी उत्सव नामक पारंपरिक स्टीक फाइट को रद्द कर दिया गया था.
पुलिस ने आंध्र प्रदेश-कर्नाटक सीमाओं पर 11 चेक पोस्ट स्थापित किए थे. इसके साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और अलुरु, होलागोंडा और हलहरवी मंडल के लिए कर्नाटक आरटीसी बस सेवाओं को रद्द कर दिया था. पुलिस ने देवरगट्टू और आसपास के इलाकों में धारा 144 भी लागू कर दी थी.