ETV Bharat / bharat

नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ 41 परिवहन संगठन कर रहे प्रदर्शन

author img

By

Published : Sep 16, 2019, 5:43 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 8:38 PM IST

नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ लोगों में रोष देखने को मिल रहा है. नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर 41 परिवहन संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. लोगों की मांग है कि पुराने मोटर व्हीकल एक्ट को ही फिर से लागू कर दिया जाए.

प्रदर्शन कर रहे लोग.

नई दिल्ली: उत्तर भारत के 41 परिवहन संगठनों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. बीते दिनों लागू हुए नए मोटर वाहन अधिनियम 2019 के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने नए लागू हुए अधिनियम की निंदा की. यहां तक ​​कि किसी भी ट्रैफिक नियम को बिना सोचे-समझे बनाने की बात कह इस नए नियम की निंदा की. उन्होंने परिवहन ऑपरेटरों को कोई व्यावसायिक सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को गलत ठहराया.

नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ 41 परिवहन संगठनों का प्रदर्शन.

उन्होंने आगे कहा कि उस समय जब हमारे देश की आर्थिक स्थिति सही नहीं है और ऐसे में हम जैसे तैसे अपनी जीविका चला रहे है, इन हालातों में भी सरकार ने ये कानून लागू कर दिया. इन कारणों के चलते ही इंश्योरेंस के प्रिमियम भी बढ़ा दिए गए हैं. गाड़ियों को पुर्जे पहले ही महंगे थे. उन पर काफी जीएसटी भी लगाई गई है. इसके बाद भी किराया उतना ही है.

अपनी मांगों के साथ, संयुक्त मोर्चा के सदस्य आज केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलेंगे.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर मामला : SC में सुनवाई, केंद्र को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश

संयुक्त मोर्चा के सदस्य पुराने यातायात नियमों को लागू करने के बारे में बात करेंगे. अगर केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया तो वे 19 सितंबर को देशव्यापी बंद का ऐलान करेंगे. उसके बाद भी उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.

संसद के दोनों सदनों ने अंतिम निष्कर्ष सत्र में मोटर वाहन संशोधन बिल 2019 पारित किया गया था. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद मोटर व्हीकल अधिनियम 1 सितंबर को लागू कर दिया गया. इसके लागू होने के पहले पांच दिनों में लगभग 1.4 करोड़ रुपय ट्रैफिक जुर्माना वसूला गया है.

नई दिल्ली: उत्तर भारत के 41 परिवहन संगठनों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. बीते दिनों लागू हुए नए मोटर वाहन अधिनियम 2019 के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने नए लागू हुए अधिनियम की निंदा की. यहां तक ​​कि किसी भी ट्रैफिक नियम को बिना सोचे-समझे बनाने की बात कह इस नए नियम की निंदा की. उन्होंने परिवहन ऑपरेटरों को कोई व्यावसायिक सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को गलत ठहराया.

नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ 41 परिवहन संगठनों का प्रदर्शन.

उन्होंने आगे कहा कि उस समय जब हमारे देश की आर्थिक स्थिति सही नहीं है और ऐसे में हम जैसे तैसे अपनी जीविका चला रहे है, इन हालातों में भी सरकार ने ये कानून लागू कर दिया. इन कारणों के चलते ही इंश्योरेंस के प्रिमियम भी बढ़ा दिए गए हैं. गाड़ियों को पुर्जे पहले ही महंगे थे. उन पर काफी जीएसटी भी लगाई गई है. इसके बाद भी किराया उतना ही है.

अपनी मांगों के साथ, संयुक्त मोर्चा के सदस्य आज केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलेंगे.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर मामला : SC में सुनवाई, केंद्र को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश

संयुक्त मोर्चा के सदस्य पुराने यातायात नियमों को लागू करने के बारे में बात करेंगे. अगर केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया तो वे 19 सितंबर को देशव्यापी बंद का ऐलान करेंगे. उसके बाद भी उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.

संसद के दोनों सदनों ने अंतिम निष्कर्ष सत्र में मोटर वाहन संशोधन बिल 2019 पारित किया गया था. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद मोटर व्हीकल अधिनियम 1 सितंबर को लागू कर दिया गया. इसके लागू होने के पहले पांच दिनों में लगभग 1.4 करोड़ रुपय ट्रैफिक जुर्माना वसूला गया है.

Intro:New Delhi: 41 transport associations from across North India staged protest at Delhi's Jantar Mantar against the amendments in the newly imposed Motor Vehicles act 2019.


Body:Speaking exclusively with ETV Bharat, Chairman of United Front of Transport Association condemned the newly imposed act. He even called the increased penalities for flouting any traffic rules as a mindless move. He blamed both Union and Delhi governments for failing to provide any business security to transport operators.

He said, 'at a time when our economy is in such a bad shape and we were somehow managing to do our businesses, they brought this act. Now, because of this, insurance premiums have increased. Prices of spare parts were already high as GST has been included in it. But our fares are still the same.'




Conclusion:Demands

With their set of demands members of the United Front of Transport Association will meet Union Road Transport and Highway Minister Nitin Gadkari and Chief Minister Arvind Kejriwal today.

They will talk about reimplementation of the old traffic rules. If both centre and Delhi government don't pay any heed to their demands then they will go on a nation wide bandh on September 19. And if their demands aren't heard then will go on an indefinite strike.

Motor Vehicle Act 2019

Both houses of parliament passed the Motor Vehicle Amendment bill 2019 in the last concluded session. After getting Presidential assent, the MV act was implemented on September 1. In the first five days of its implementation, nearly Rs. 1.4 crore of traffic fines were collected.





Last Updated : Sep 30, 2019, 8:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.