बीकानेर : भारत और अमेरिकी सेनाओं के सैनिकों के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए अमेरिकी सेनाओं का दल शनिवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज पहुंचा. दोनों सेनाओं के बीच सोमवार से युद्धाभ्यास शुरू होगा.
भारत-अमेरिकी संयुक्त सैन्य अभ्यास युद्ध अभ्यास- 20 में हिस्सा लेने के शनिवार को सूरतगढ़ में अमेरिकी सैन्य दल पहुंचा. सूरतगढ़ से अमेरिकी सैन्य दल, अभ्यास क्षेत्र महाजन फील्ड फायरिंग रेंज पहुंचा. जहां दोनों सेनाओं के संयुक्त प्रशिक्षण आठ फरवरी से शुरू होगा.
भारतीय सेना ने अमेरिकी सेना के दल का सैन्य शिष्टाचार के अनुसार गर्मजोशी से स्वागत किया और दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों के कनटिनजेन्ट कमांडरों और सैनिकों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं.
2004 में शुरू हुए भारत-अमेरिका द्विपक्षीय अभ्यासों की श्रृंखला में एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास-20 सोलहवां संस्करण है. संयुक्त अभ्यास का पिछला संस्करण अमेरिका के सिऐटल में आयोजित किया गया था. यह द्विपक्षीय युद्ध अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन पर ध्यान केंद्रित करेगा.
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युद्ध अभ्यास के दौरान, प्रतिभागी संयुक्त योजना, संचालन, संयुक्त सामरिक अभ्यासों से मिशन में संलग्न होंगे और क्षेत्र कमांडरों और सैनिकों के पेशेवर मामलों में एक-दूसरे के साथ बातचीत कर इस अभ्यास को सफल बनाएंगे. इस अभ्यास में भारतीय सेना और अमेरिकी सेना के बीच द्विपक्षीय सेना को बढ़ावा देने, अंतर संबंधों को बढ़ाने, सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों का आदान-प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान होगा.
यह युद्ध अभ्यास, भारत और अमेरिका के बीच चल रहे सबसे बड़े सैन्य प्रशिक्षण व रक्षा सहयोग प्रयासों में से एक है. यह संयुक्त अभ्यास दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग में एक और कदम है, जो भारत-अमेरिका संबंधों में लगातार हो रही वृद्धि को दर्शाता है.
संयुक्त द्विपक्षीय अभ्यास इस बात का संकेत है कि भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद के खतरे को समझते हैं और उसका मुकाबला करने में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.