मुंबई : महाराष्ट्र के विदर्भ में एक पार्टी के दो विधायकों ने शिवसेना को समर्थन देने का एलान किया है. इसके साथ ही सत्ता में बराबरी का हक मांग रही शिवसेना का पलड़ा और भारी हो गया है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अचलपुर के विधायक बाचचु काडु और मेलघाट से विधायक राजकुमार पटेल ने शनिवार को समर्थन की पेशकश की है. बात दें, काडु प्रहर जनशक्ति पार्टी के प्रमुख हैं.
पहचान गुप्त रखने की शर्त पर शिवसेना के एक नेता ने बताया कि काडु के समर्थन से शिवसेना के मोल-भाव की ताकत बढ़ गई है. हमने 2014-19 में भाजपा के साथ समझौता किया था, अब अपना हक पाने का वक्त आ गया है.
इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन कर क्रमश: 164 और 124 सीटों पर चुनाव लड़ा था. घोषित परिणाम के अनुसार, भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं.
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गौरतलब है, भाजपा की कम सीटें आने के बाद उसकी शिवसेना पर निर्भरता को देखते हुए शिवसेना आक्रामक होकर मोल-भाव पर उतर आई है. पार्टी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान 50-50 का फॉर्मूला तय हुआ था.
ऐसे में ढाई साल भाजपा का और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री बनना चाहिए. भाजपा इस फॉर्मूले पर सहमत नहीं है. यही वजह है कि भाजपा राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने में देरी कर रही है.