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सरबत दा भला ट्रस्ट की पहल : यूएई में फंसे 174 भारतीय स्वदेश लौटे

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Published : Jul 14, 2020, 5:49 PM IST

सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ एसपी सिंह ओबेरॉय की पहल से 174 भारतीयों को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत वापस लाया गया. ट्रस्ट का उद्देश्य बेरोजगार और असहाय लोगों की मदद करना था. पढ़ें पूरी खबर...

Sarbat Da Bhala Trust
सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट

चंडीगढ़ : दुबई के एक प्रमुख व्यवसायी और सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ एसपी सिंह ओबरॉय ने अपने खर्च पर सैकड़ों लोगों को उनके घर पहुंचाया है. उनकी मदद से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे 174 भारतीय चार्टर्ड प्लेन से वतन लौटे.

डॉ. ओबेरॉय ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण हजारों ऐसे भारतीय अरब देशों में फंसे हुए हैं, जो अपने देश आने के लिए बेचैन हैं. उन्होंने कहा कि वहां फंसे लोग चार अलग-अलग श्रेणियों के थे. हजारों की तादाद में कार्यकर्ता थे, जो कंपनियों के बंद होने के कारण कोरोना महामारी के दौरान सड़कों पर आ गए थे. उन्हें दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं हो रही थी.

उन्होंने कहा कि दुबई में वह अपने निजी आवासों में सैकड़ों बेरोजगार श्रमिकों को मुफ्त आवास और भोजन प्रदान कर रहे थे, लेकिन उन सभी को वहां रखना असंभव था. उन्होंने बताया कि दुबई से भारत आने के लिए पंजीकृत लोगों को विशेष विमानों द्वारा वापस लाया जा रहा था. लेकिन सीमित उड़ानों के कारण इसमें लंबा समय लग रहा था, जिसके कारण वहां के बेरोजगारों की हालत दिनों-दिन बिगड़ती जा रही थी.

पहले चरण के तहत चार विशेष उड़ानों में से पहली उड़ान एसपी सिंह ने स्वयं के खर्च पर बुक की थी. पहली सलेम चार्टर्ड उड़ान सात जुलाई को रास अल खैमाह (यूएई) हवाई अड्डे से 177 पंजाबियों को लेकर चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंची. इनमें से कुछ ने टिकटों का खुद भुगतान किया. कुछ ने 30 से 50 प्रतिशत का भुगतान किया, लेकिन कइयों के टिकटों का भुगतान ट्रस्ट द्वारा किया गया था.

पढ़ें - कोविड-19 : बेंगलुरु के बाद अब धारवाड़ और दक्षिण कन्नड जिलों में लॉकडाउन

डॉ एसपी सिंह ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य बेरोजगार और असहाय लोगों को उनके घरों तक पहुंचाना था, ताकि वे विदेश में गलत कदम उठाने को मजबूर न हों. यही कारण है कि वह युवाओं को अपने खर्च पर खाड़ी देशों से वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं.

चंडीगढ़ : दुबई के एक प्रमुख व्यवसायी और सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ एसपी सिंह ओबरॉय ने अपने खर्च पर सैकड़ों लोगों को उनके घर पहुंचाया है. उनकी मदद से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे 174 भारतीय चार्टर्ड प्लेन से वतन लौटे.

डॉ. ओबेरॉय ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण हजारों ऐसे भारतीय अरब देशों में फंसे हुए हैं, जो अपने देश आने के लिए बेचैन हैं. उन्होंने कहा कि वहां फंसे लोग चार अलग-अलग श्रेणियों के थे. हजारों की तादाद में कार्यकर्ता थे, जो कंपनियों के बंद होने के कारण कोरोना महामारी के दौरान सड़कों पर आ गए थे. उन्हें दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं हो रही थी.

उन्होंने कहा कि दुबई में वह अपने निजी आवासों में सैकड़ों बेरोजगार श्रमिकों को मुफ्त आवास और भोजन प्रदान कर रहे थे, लेकिन उन सभी को वहां रखना असंभव था. उन्होंने बताया कि दुबई से भारत आने के लिए पंजीकृत लोगों को विशेष विमानों द्वारा वापस लाया जा रहा था. लेकिन सीमित उड़ानों के कारण इसमें लंबा समय लग रहा था, जिसके कारण वहां के बेरोजगारों की हालत दिनों-दिन बिगड़ती जा रही थी.

पहले चरण के तहत चार विशेष उड़ानों में से पहली उड़ान एसपी सिंह ने स्वयं के खर्च पर बुक की थी. पहली सलेम चार्टर्ड उड़ान सात जुलाई को रास अल खैमाह (यूएई) हवाई अड्डे से 177 पंजाबियों को लेकर चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंची. इनमें से कुछ ने टिकटों का खुद भुगतान किया. कुछ ने 30 से 50 प्रतिशत का भुगतान किया, लेकिन कइयों के टिकटों का भुगतान ट्रस्ट द्वारा किया गया था.

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डॉ एसपी सिंह ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य बेरोजगार और असहाय लोगों को उनके घरों तक पहुंचाना था, ताकि वे विदेश में गलत कदम उठाने को मजबूर न हों. यही कारण है कि वह युवाओं को अपने खर्च पर खाड़ी देशों से वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं.

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