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'नीरज चोपड़ा को इस साल मिलना चाहिए ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार'

टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को इस बार खेल का सबसे बड़ा पुरस्कार मिलना चाहिए. यह बात भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान भाईचुंग भूटिया ने कहा, जो राष्ट्रीय खेल समिति का हिस्सा रहे हैं.

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ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
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Published : Sep 28, 2021, 8:20 PM IST

नई दिल्ली: भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान भाईचुंग भूटिया ने मंगलवार को कहा, टोक्यो ओलंपिक 2020 के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा इस साल खेल रत्न पुरस्कार के हकदार हैं. नीरज ने इस साल ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंकने के बाद भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था.

भूटिया ने एएनआई को बताया, इस बार समिति को एक चुनौती का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि कई खिलाड़ी हैं, जो पुरस्कार के योग्य हैं. इस बार नहीं, हर बार चुनाव समिति को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस बार कार्य कठिन होगा, क्योंकि हमारे पास बहुत सारे पदक विजेता हैं और मेरी राय में, ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को मिलना चाहिए. क्योंकि उन्होंने ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है.

यह भी पढ़ें: IPL ने एक नाई को रातों-रात बना दिया करोड़पति, पूरी कहानी आप भी जान लीजिए

SAI की 55वीं शासी निकाय बैठक के बारे में बात करते हुए भूटिया ने कहा, यह एक बहुत अच्छी बैठक थी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को खेल के बारे में अच्छी जानकारी है. बैठक बहुत उपयोगी थी, हमने बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की और हम इस पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे कि कैसे देश में एक खेल संस्कृति विकसित करें और जमीनी स्तर पर अधिक कोच विकसित करने की कोशिश करें.

हमने चर्चा की, कि हमें अपने मैदानों की देखभाल और प्रबंधन करना है, न कि स्टेडियम. क्योंकि मैदान कई खिलाड़ी पैदा करते हैं और हमें यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम और अधिक अधिकारी नियुक्त करें जो हैं देश के छोटे-छोटे स्थानों से प्रतिभाओं की खोज के लिए जिम्मेदार हों.

यह भी पढ़ें: कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए लोगों को जागरुक करेंगे ओलंपियन और पैरालंपियन

भारतीय फुटबॉल के बारे में पूछे जाने पर भूटिया ने कहा, दीर्घकालिक योजना होनी चाहिए. हाल ही में, हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, इसमें समय लगेगा.

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को घोषणा की कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में खेल विज्ञान और प्रदर्शन प्रबंधन प्रणाली का पुनर्गठन किया जाएगा. यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि देश को ओलंपिक में और भी बेहतर नतीजे मिल सकें.

ठाकुर ने ट्वीट किया, ओलंपिक में बेहतर परिणाम के लिए साई में खेल विज्ञान और प्रदर्शन प्रबंधन प्रणालियों के पुनर्गठन की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है. 300 से अधिक खेल विज्ञान विशेषज्ञ और उच्च प्रदर्शन वाले कोच, विश्लेषक और अन्य कर्मियों को लक्षित परिणामों के लिए काम पर रखा जाएगा.

(एएनआई)

नई दिल्ली: भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान भाईचुंग भूटिया ने मंगलवार को कहा, टोक्यो ओलंपिक 2020 के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा इस साल खेल रत्न पुरस्कार के हकदार हैं. नीरज ने इस साल ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंकने के बाद भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था.

भूटिया ने एएनआई को बताया, इस बार समिति को एक चुनौती का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि कई खिलाड़ी हैं, जो पुरस्कार के योग्य हैं. इस बार नहीं, हर बार चुनाव समिति को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस बार कार्य कठिन होगा, क्योंकि हमारे पास बहुत सारे पदक विजेता हैं और मेरी राय में, ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को मिलना चाहिए. क्योंकि उन्होंने ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है.

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SAI की 55वीं शासी निकाय बैठक के बारे में बात करते हुए भूटिया ने कहा, यह एक बहुत अच्छी बैठक थी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को खेल के बारे में अच्छी जानकारी है. बैठक बहुत उपयोगी थी, हमने बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की और हम इस पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे कि कैसे देश में एक खेल संस्कृति विकसित करें और जमीनी स्तर पर अधिक कोच विकसित करने की कोशिश करें.

हमने चर्चा की, कि हमें अपने मैदानों की देखभाल और प्रबंधन करना है, न कि स्टेडियम. क्योंकि मैदान कई खिलाड़ी पैदा करते हैं और हमें यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम और अधिक अधिकारी नियुक्त करें जो हैं देश के छोटे-छोटे स्थानों से प्रतिभाओं की खोज के लिए जिम्मेदार हों.

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भारतीय फुटबॉल के बारे में पूछे जाने पर भूटिया ने कहा, दीर्घकालिक योजना होनी चाहिए. हाल ही में, हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, इसमें समय लगेगा.

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को घोषणा की कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में खेल विज्ञान और प्रदर्शन प्रबंधन प्रणाली का पुनर्गठन किया जाएगा. यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि देश को ओलंपिक में और भी बेहतर नतीजे मिल सकें.

ठाकुर ने ट्वीट किया, ओलंपिक में बेहतर परिणाम के लिए साई में खेल विज्ञान और प्रदर्शन प्रबंधन प्रणालियों के पुनर्गठन की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है. 300 से अधिक खेल विज्ञान विशेषज्ञ और उच्च प्रदर्शन वाले कोच, विश्लेषक और अन्य कर्मियों को लक्षित परिणामों के लिए काम पर रखा जाएगा.

(एएनआई)

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