सांगली : महाराष्ट्र के सांगली जिले में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने चार साधुओं पर कथित रूप से हमला कर दिया, जिसके एक दिन बाद बुधवार को पुलिस ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए 18 से 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मंगलवार को सांगली की जाठ तहसील के निकट हुई इस घटना के संबंध में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग लाठियों से साधुओं को पीटते दिख रहे हैं. उमाडी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक पंकज पवार ने कहा, 'साधुओं ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई. लेकिन हमने स्वत: संज्ञान लेते हुए 18 से 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से छह लोगों की पहचान करके उन्हें हिरासत में लिया गया है.'
उन्होंने कहा कि चारों साधु एक वाहन से सोलापुर जिले के पंढरपुर जा रहे थे. अधिकारी ने कहा, 'रास्ता भटकने के बाद, वे लवंगा गांव के पास एक बिजलीघर स्टेशन के निकट एक लड़के के पास पहुंचे. वह लड़का कन्नड़ के अलावा और कोई भाषा नहीं जानता था. वह उनका चेहरा देखकर डर गया और चोर-चोर चिल्लाने लगा.
इससे कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं. अधिकारी ने कहा, 'गांव के लोग वहां जमा हो गए और साधुओं को पकड़ लिया. दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते बढ़ गई और स्थानीय लोगों ने साधुओं को कथित तौर पर लाठियों से पीट दिया.'
अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि साधु उत्तर प्रदेश के एक अखाड़े के सदस्य हैं और गलतफहमी की वजह से यह घटना हुई. उन्होंने कहा, 'साधुओं ने मामले को आगे नहीं बढ़ाया और वहां से चले गए. पुलिस ने घटना के वीडियो के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया.'
ये भी पढ़ें : महाराष्ट्र में बच्चा चोर समझकर यूपी के साधुओं को बेरहमी से पीटा