अगरतला : त्रिपुरा की राजधानी अगरतला सहित 14 नगर निकायों के लिए बृहस्पतिवार को मतदान होगा जिनपर जीत के लिए एक बार राज्य पर मजबूत पकड़ रखने वाली माकपा, मौजूदा समय में राज्य की सत्ता पर काबिज भाजपा और प्रदेश में पैठ बनाने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस मुकाबले में हैं. यह चुनाव अदालती मुकदमों, गिरफ्तारियों और राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्यारोप के बीच हो रहे हैं.
भाजपा ने त्रिपुरा के सभी नगर निकाय सीटों के लिए अपने प्रत्याशी उतारे हैं और अगरतला नगर निगम (एमएसी) और 19 नगर निकायों की 334 सीटों में से 112 सीटों पर निर्विरोध जीत चुकी है. बाकी बची सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें - Bihar politics : लालू ने आखिर 24 नवंबर को ही क्यों जलाई 'लालटेन', नीतीश कैसे बने 'गेम चेंजर'
तृणमूल कांग्रेस राज्य में भाजपा का मुकाबला करने के लिए लगातार अपने नेताओं को भेज रही है. तृणमूल वर्ष 2023 में भाजपा को त्रिपुरा की सत्ता से बेदखल करने के लिए अगरतला और अन्य स्थानों पर अपनी उपस्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है जबकि माकपा के लिए मौका है कि वह साबित कर सके कि उसका अब भी राज्य में जनाधार बाकी है.
राज्य में 36 उम्मीदवारों के नाम वापस लेने के बाद 222 सीटों के लिए 785 प्रत्याशी मैदान में हैं. राज्य में अगरतला नगर निगम के अलावा 13 नगर परिषद और छह नगर पंचायत के लिए चुनाव होंगे.