मुंबई : अरब सागर में चार दिन पहले बार्ज पी-305 के डूबने की घटना में 60 कर्मचारी मारे गए हैं, लेकिन अभी भी कई लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने का अभियान जारी है. हालांकि अब तक नौसेना द्वारा 188 लोगों को बचाया जा चुका है व 23 शवों कि शिनाख्त की जा चुकी है. वहीं आईएनएस कोच्चि रेस्क्यू के लिए समंदर में गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि ताैकते तूफान के कहर में लापता हुए इन लोगों के जीवित मिलने की उम्मीद क्षीण पड़ती जा रही है. उल्लेखनीय है कि बजरा पी305 चक्रवाती तूफान तौकते के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और फिर सोमवार को डूब गया था. बजरे पी 305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 186 को बचा लिया है.
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एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस इसकी जांच करेगी कि तौकते तूफान के बारे में चेतावनी जारी करने के बावजूद बजरा उस क्षेत्र में क्यों रुका रहा? पुलिस ने बजरे पर मौजूद लोगों में से जिनके शव बरामद हुए हैं, उनके सिलसिले में दुर्घटनावश मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है. बताया जाता है कि 50 मृतकों के शव भायखाला के जेजे अस्पताल में रखे गए हैं.
वहीं पोस्टमॉर्टम में देरी होने के कारण शव लेने के लिए जुटे परिजनों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. उन्हें बताया गया कि घटना की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं थे जिससे प्रक्रिया में देरी हुई. इस देरी पर परिजनों ने रोष जताया.