अलवर. राजस्थान के अलवर जिले के गोविन्दगढ़ थाना क्षेत्र के टिकरी गांव में दहेज में 3 लाख रुपए और बुलेट गाड़ी नहीं मिलने पर बारात बिना दुल्हन के लौट गई. इसके बाद लड़की पक्ष की तरफ से स्थानीय थाने में सूचना मामले की दी गई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, परिजनों ने बताया कि पहले दहेज में कुछ निर्धारित नहीं हुआ था. उनकी डिमांड के अनुसार सभी सामान और चीजें शादी में दे दी गई, लेकिन निकाह पढ़ने के दौरान दूल्हे ने अचानक बुलेट मोटरसाइकिल की डिमांड की. डिमांड पूरी नहीं होने पर बारात वापस लौट गई.
फजरू खान पुत्र कल्लू खान निवासी टिकरी ने गोविंदगढ़ थाने में परिवाद दिया है कि उसकी बेटी का रिश्ता छपरा थाना गोपालगढ़ निवासी मुबीन के पुत्र नासिर खान और जैद खान के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के साथ हुआ था. उसकी बेटी की 21 मई को शादी होनी थी. घर पर बारात आ चुकी थी और बारात के लिए बेहतर खातिरदारी की गई. बारात के स्वागत के बाद निकाह बढ़ने की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान बेटे पक्ष की ओर से दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल और तीन लाख रुपए की मांग की गई. जबकि शादी तय करने के दौरान इनकी तरफ से कोई मांग नहीं की गई थी. इस दौरान बारातियों ने खाना खा लिया था. कुछ देर तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता चली. लड़की पक्ष द्वारा दहेज की डिमांड पूरी नहीं की गई. इस पर बारात बिना दुल्हन के लौट गई. लड़की के पिता ने कहा कि दहेज की मांग करने वाले लड़के और उसके परिजनों को जेल की सजा होनी चाहिए.
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लड़की के पिता ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस थाना में की. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि इस संबंध में लड़की पक्ष के लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. वहीं, लड़के पक्ष के लोगों को भी बुलाया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लड़की के पिता की तरफ से मामले की सूचना पुलिस को दी गई है. पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है.