हल्द्वानी : साइबर अपराधी लगातार लोगों से धोखाधड़ी कर उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं. साइबर अपराधी लोगों से ठगी करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. आरटीआई से खुलासा हुआ है कि पिछले 19 सालों में देश के बैंकों से इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, और अन्य इंटरनेट बैंकिंग के तहत 2,94,880 धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं, जो बैंक द्वारा रिपोर्ट किए गए हैं. यही नहीं इस धोखाधड़ी के तहत साइबर अपराधियों ने 1347.83 करोड़ रुपये की चपत भी लगाई है.
उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत आरबीआई से जानकारी मांगी थी कि पिछले 20 सालों में भारत में कितने लोगों के साथ ऑनलाइन बैंकिंग ठगी हुई है. जिसपर आरबीआई ने जवाब देते हुए बताया कि वर्ष 2002 से लेकर दिसंबर 2021 सप्ताह तिमाही तक धोखाधड़ी के उपलब्ध मामले इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम/ डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के तहत बैंकों द्वारा रिपोर्ट की गई धोखाधड़ी की कुल संख्या 2,94,880 है. जिसके तहत 1347.83 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है.
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आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया का कहना है कि जिस तरह से लगातार लोगों के साथ बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं, बैंक ग्राहकों की खून पसीने की कमाई साइबर अपराधी धोखाधड़ी से निकाल रहे हैं. ऐसे में बैंक को भी चाहिए कि अपने तकनीकी और मजबूत करें. साथ ही जिस भी ग्राहक का धोखाधड़ी होती है, उसकी भरपाई बैंक करें. साथ ही अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के प्रयास किए जाएं.