ढाका : बांग्लादेश ने गुरुवार को कहा कि वह अपने सबसे नजदीकी पड़ोसी भारत के साथ इस 'नाजुक क्षण' में एकजुटता से खड़ा है और उसने कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि से लड़ने के लिए देश को आपातकालीन दवाएं तथा चिकित्सा उपकरण भेजने की पेशकश की.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इन आपूर्तियों में वायरस रोधी टीकों (इंजेक्शन के माध्यम से दिए जाने वाले और पिलाए जाने वाले) की 10,000 शीशियां, 30,000 पीपीई किट और जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी और अन्य जरूरी दवाओं के कई हजार पत्ते हैं.
इसने कहा, 'बांग्लादेश अपने करीबी पड़ोसी भारत के साथ इस नाजुक क्षण में एकजुटता से खड़ा है और ढाका वहां जिंदगियों को बचाने के लिए हर संभव तरीके से मदद देने के लिए तैयार है.'
सरकार ने कहा कि अगर जरूरत पड़ती है तो ढाका भारत की आगे और मदद करने के लिए तैयार है.
बयान में कहा गया, 'बांग्लादेश सरकार कोविड-19 वैश्विक महामारी के हालिया प्रसार के कारण लोगों की मौत पर अत्यंत दुख एवं शोक प्रकट करती है.'
भारत वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है जहां पिछले कुछ दिनों से रोजाना 3,00,000 से ज्यादा नये मामले आ रहे हैं और अस्पताल चिकित्सीय ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी का सामना कर रहे हैं.
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अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लग्जमबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरिशस समेत कई देशों ने वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए भारत को मदद की पेशकश की है.