नई दिल्ली : 1971 के युद्ध में भारत को मिली जीत के 50वें साल में बांग्लादेश सेना का एक प्रतिनिधिमंडल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेगा. इस संबंध में एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान के खिलाफ भारत को मिली जीत के 50वें साल में बांग्लादेश सेना का एक प्रतिनिधिमंडल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेगा.
ये दूसरी बार है जब विदेशी सैनिक भारत के सबसे बड़े समारोह में भाग लेंगे और राजपथ पर मार्च करेंगे.
बता दें कि कोरोना के कारण इस वर्ष परेड छोटी होगी, इसमें कम प्रतिभागी शामिल होंगे और कोविड-19 महामारी के कारण दर्शकों की सामान्य संख्या का केवल एक चौथाई हिस्सा होगा.
परेड में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागी यानी सभी सैनिक दस्ते, पुलिस अर्ध सैनिक बल के जवान, 15 साल से ज्यादा आयु के सौ छात्र और अन्य नागरिकों के साथ ही दर्शकों को भी मास्क लगाना अनिवार्य होगा. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ-साथ सभी देसी विदेशी मेहमान भी इसका पालन करेंगे.
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इतना ही नहीं, सोशल डिस्टेंस की वजह से मार्चिंग दस्ते की सजावट और बनावट में भी बदलाव होगा, लेकिन 144 सैनिकों की बजाय सिर्फ 96 सैनिकों के दस्ते होंगे.
अमूमन एक दस्ते में 12 पंक्तियां और 12 कॉलम होते हैं, लेकिन इस बार 12 कॉलम में सिर्फ आठ पंक्तियां ही होंगी.