बल्लभगढ़: यहां पर चार बच्चों का अपहरण नहीं हो पाया. इसकी वजह पुलिस या कोई और शख्स नहीं है बल्कि बच्चे स्वयं हैं. बच्चों ने अपनी सूझ-बूझ से इसे रोका. एक शख्स उनको बहला फुसलाकर अपने साथ ले जा रहा था. रास्ते में जैसे ही गार्ड को बच्चों ने देखा वो उसके पास जाकर रोने लगे. गार्ड ने उनसे पूछताछ की इसके बाद पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
घर से स्कूल के लिए निकले थे बच्चे: बल्लभगढ़ में चार बच्चे घर से स्कूल के लिए निकले थे. बच्चों के पिता ने बताया,'बच्चों को तैयार करके हमने स्कूल के लिए भेजा था. रास्ते में शहबाज मिल गया. ये बच्चों को बहल फुसलाकर ले जा रहा था. अभी हम अपने बच्चों को लेने के लिए आए हुए हैं.' दरअसल परिवार वालों ने बच्चों को तो घर से भेज दिया था. रास्ते में बिहार का रहने वाला शहबाज उनको मिल गया. फिर वो उनके साथ हो लिया. वो बच्चों को नेशनल हाई-वे की तरफ ले जा रहा था. रास्ते में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पड़ता है. शहबाज एम्स के परिसर से होते हुए बच्चों को हाई-वे की तरफ ले जाना चाहता था.
बच्चों की समझदारी: बच्चे जब एम्स परिसर में गेट के पास पहुंचे तो उन्होंने गार्ड को देखा. गार्ड वर्दी में था. तो बच्चों ने समझा कि ये पुलिस है. इतने में बच्चे गार्ड की तरफ दौड़ पड़े. एम्स के सिक्योरिटी इंचार्ज लेखराज ने बताया,'सुबह 9 बजे 4 बच्चे भागकर हमारे सिक्योरिटी गार्ड के पास आए. उनके पीछे एक व्यक्ति यानि शहबाज भी भाग रहा था. बच्चे बुरी तरह डरे हुए थे. रो रहे थे. गार्ड ने बच्चों से पूछताछ की. इसके बाद पता चला कि शहबाज उनके पीछे पड़ा हुआ है.' घर से निकलने के बाद शहबाज बच्चों के साथ करीब तीन किलोमीटर तक चला. वो रास्ते में इनसे बात करता हुआ आ रहा था.
पुलिस की कार्रवाई : पुलिस के अनुसार बच्चों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि जब वो घर से निकले तब उनको अपहरण का आरोपी शहबाज रास्ते में मिल गया. वो उनके साथ तीन किलोमीटर तक चला. पुलिस अफसर सचिन कुमार ने बताया,' गार्ड की सूचना पर मौके पर हम पहुंचे हैं. पूछताछ के बाद केस दर्ज किया जाएगा. फिलहाल मां-बाप को बच्चे सौंप दिए गए है.' वहीं आरोपी का कहना है कि उसने कुछ नहीं किया है. बहरहाल, बच्चों की समझदारी के कारण अपहरण होने से बच गया.