भरतपुर : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की बहन मैसूनी देवी सात साल पहले मानसिक अवसाद की स्थिति में घर से लापता हो गई थीं. घर वालों ने उन्हें ढूंढने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला. सात साल बाद राजस्थान के भरतपुर के अपना घर आश्रम में बाबूलाल मरांडी की लापता बहन मिली हैं. परिजनों को जैसे ही इसकी सूचना मिली वो तुरंत अपना घर आश्रम पहुंचे और मैसूनी देवी को वापस घर ले गए.
अपना घर आश्रम के प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की बहन मैसूनी देवी है अपना घर आश्रम बझेरा में रह रही थीं.
अपना घर आश्रम के सचिव भूदेव शर्मा ने बताया कि मैसूनी देवी साल 2000 से ही मानसिक अवसाद में थीं. रांची में उनका इलाज चल रहा था. इसी दौरान 2012 में वो परिवार से बिछड़ गईं और भटकते-भटकते भरतपुर के खोह डीग पहुंच गईं. मई-2018 में उनको अपना घर आश्रम में लाया गया.
अपना घर आश्रम में मैसूनी देवी इलाज के बाद स्वस्थ हो गईं और उन्होंने बताया कि वो बाबूलाल मरांडी की बहन हैं, जिसके बाद अपना घर आश्रम के लोगों ने उनके परिवार से संपर्क किया और सात साल बाद उनको परिजनों से मिलाया. परिजनों ने बताया कि वो मैसूनी से फिर से मिलने की उम्मीद ही छोड़ चुके थे. वो मान चुके थे कि वो इस दुनिया में नहीं हैं.
सात साल बाद बहन के मिलने के बाद मरांडी परिवार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. बाबूलाल मरांडी के छोटे भाई नूनूलाल और उनके बेटे सुलेमान रांची से भरतपुर के अपना घर आश्रम पहुंचे और मैसूनी देवी को अपने साथ ले गए.
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अपना घर आश्रम आएंगे बाबूलाल मरांडी
झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने अपना घर आश्रम के संस्थापक बीएम भारद्वाज से बात की और अपनी बहन के मिलने पर खुशी प्रकट करते हुए उन्होंने भारद्वाज से कहा कि वो जब दिल्ली आएंगे तो अपना घर आश्रम की विजिट जरूर करेंगे. मरांडी ने कहा कि वो अपना घर की व्यवस्थाएं देखकर ऐसे लोगों के लिए झारखंड में क्या कर सकते हैं, इस पर भी बात करेंगे.