प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के नैनी सेंट्रल जेल में बंद बेटे अली अहमद के साथ ही अतीक के दूसरे गुर्गों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं. करेली थाने में दो अलग-अलग लोगों की शिकायत पर पुलिस अली और असाद कालिया सहित अन्य गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने में जुट गई है. इस मामले में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा का कहना है कि पीड़ितों ने शिकायत की है. इसके आधार पर केस दर्ज किया गया है. जांच करके पुलिस आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है.
अतीक अहमद और उसके भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ की हत्या भले ही 15 अप्रैल को कर दी गई है. लेकिन, माफिया बंधुओं का संगम नगरी में ऐसा आतंक था कि उनके अंत के बाद भी लोग उनके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत आसानी से नहीं जुटा पा रहे हैं. पुलिस पर लोगों के बढ़ते भरोसे का नतीजा है कि करेली थाने में शुक्रवार 11 अगस्त को दो पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत कर माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद और उसके अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. इसमें एक पीड़ित से जेल में बंद असाद कालिया का जीजा रंगदारी मांगने पहुंचा था, जिसको अब पुलिस तलाशने में जुट गई है. बहरहाल, दो मुकदमे दर्ज होने से जेल में बंद अतीक के बेटे अली पर कानूनी शिकंजा कसने के साथ ही उसकी मुश्किलें भी और बढ़ेंगी.
30 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ
नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद का बेटा अली अहमद अब अपने पिता की राह पर चल पड़ा है. जेल के अंदर से वो अब रंगदारी मांगने का काम शुरू कर चुका है. हालांकि, अतीक और अशरफ के अंत के बाद अब लोगों के अंदर से माफिया बंधुओं का डर कम हुआ है. शायद यही कारण है कि लोग माफिया के बेटे और गुर्गों के खिलाफ हिम्मत करके पुलिस से शिकायत कर रहे हैं.
अतीक के बेटे अली अहमद सहित पांच के खिलाफ रंगदारी का केस करेली पुलिस ने दर्ज किया है. कसारी मसारी इलाके के रहने वाले मोहम्मद अफजल ने अतीक अहमद के बेटे अली सहित असाद, अल्तमश, फैजान के अलावा एक अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमला, रंगदारी मांगने, मारपीट करने और साजिश रचने का केस दर्ज करवाया है.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसकी एक जमीन एनुद्दीनपुर गांव में है. 7 अगस्त की सुबह उसको सूचना मिली कि उसकी जमीन पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं. इसके बाद वो अपने भतीजे आमिर हमजा के साथ जमीन पर पहुंचा तो वहां फैजान और अल्तमश के साथ दूसरे लोगों ने उसकी बाइक को रोक लिया. सभी लोग मिलकर उसके ऊपर टूट पड़े और मारपीट करने लगे. उन लोगों को जमकर पीटने के बाद जान से मारने का प्रयास भी किया. उन लोगों ने उसे धमकाया कि नैनी सेंट्रल जेल से अतीक के बेटे अली अहमद और गुर्गे असाद भाई ने कहलवाया है कि अपनी जमीन उन्हें दे दो, जिस पर वो प्लाटिंग करवाएंगे. लेकिन, जमीन नहीं देनी है तो 30 लाख रुपये फैजान को दे दो, जो अली के लोगों के पास तक पहुंच जाएंगे. ऐसा नहीं किया तो तुमको जान से मार देंगे. यही नहीं उसी बीच अल्तमस ने उससे जबरन सादे स्टैम्प पेपर पर दस्तखत करवा लिया था. जाते-जाते उन्होंने धमकी दी कि अगर 30 लाख रुपये नहीं दिए तो जमीन देनी पड़ेगी. इसी स्टैम्प पेपर का इस्तेमाल करके जमीन की रजिस्ट्री करवाई जाएगी. इसके बाद पीड़ित ने 11 अगस्त को करेली थाने में जाकर अली अहमद सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.
10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का दूसरा केस दर्ज हुआ
माफिया अतीक अहमद के जेल में बंद बेटे अली अहमद के खिलाफ करेली थाने में ही शुक्रवार को रंगदारी मांगने का दूसरा केस भी दर्ज हुआ है. इसमें करेली के वासिक जाफरी ने अतीक के बेटे अली अहमद और उसके साथ ही गुर्गे असाद कालिया और इमरान के खिलाफ 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है. पीड़ित ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि उसने सालों पहले 60 फीट रोड पर जमीन खरीदी थी. उस जमीन पर जब भी वो कोई निर्माण कार्य करवाने जाते थे. उस वक्त अली अहमद, असाद कालिया और इमरान आकर काम रुकवा देते और दस लाख रुपये रंगदारी पहले देने की बात करते थे. रकम ने देने पर उसे निर्माण कार्य नहीं करवाने दिया गया.
फिलहाल, अली और असाद जेल में थे तो उसने फिर से निर्माण शुरू करवाना चाहा. इस बार असाद कालिया का जीजा आकर उससे 10 लाख रुपये देने की बात कहने लगा. उसने धमकाया कि अली को दस लाख रुपये दे दो, उसके बाद ही निर्माण शुरू कर पाओगे. रकम दिए बिना काम शुरू किया तो जान से हाथ धो बैठोगे. इसके बाद सहमे हुए वासिक जाफरी ने हिम्मत करके इस बार पुलिस से मामले की शिकायत की और पुलिस से इंसाफ दिलाने की मांग की है.
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