चम्फाई: असम राइफल्स ने मिजोरम के चम्फाई में 1.07 करोड़ रुपये की हेरोइन बरामद की है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है. असम राइफल्स ने जोखावथर के मेलबुक क्षेत्र में 150 बोरे अवैध सुपारी और 33 ग्राम हेरोइन पकड़ी है. उन्होंने बताया कि मौत के मामले में एक व्यक्ति को भी पकड़ा गया है. विशिष्ट जानकारी के आधार पर असम राइफल्स और कस्टम विभाग जोखावथर की टीमों ने दो अलग-अलग ऑपरेशन चलाए. असम राइफल ने आरोपी को कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन चम्फाई को सौंप दिया गया है.
एक आधिकारिक ने बताया कि बरामद की गई पूरी खेप और पकड़े गए व्यक्ति को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सीमा शुल्क विभाग, जोखावथर और पुलिस स्टेशन चम्फाई को सौंप दिया गया है. असम राइफल्स को 'पूर्वोत्तर के प्रहरी' के रूप में जाना जाता है. असम राइफल्स ने कहा है कि उसने अवैध तस्करी के खिलाफ अपने प्रयास जारी रखे हैं और मिजोरम में प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी के सरगनाओं को पकड़ने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना कर दिया है.
मणिपुर और मिजोरम में सुरक्षा एजेंसियां मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं. इस बीच सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में ईटीवी भारत को बताया कि जारी हिंसा से ड्रग तस्करों के कारोबार में कोई बाधा नहीं आई है. अधिकारी ने कहा कि इस व्यवसाय में शामिल लोग स्थानीय आबादी की मिलीभगत से अपना व्यवसाय हमेशा की तरह चला रहे हैं.
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भारत-म्यांमार सीमा का फायदा उठाते हुए, ड्रग तस्कर म्यांमार से भारत में ड्रग्स लाते हैं और फिर उनकी खेप को छोटे वाहनों में भरकर अपने गंतव्य तक पहुंचाते हैं. अधिकारी ने कहा कि वे पहले मणिपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से ड्रग्स इकट्ठा करते हैं और फिर असम में गुवाहाटी के रास्ते अन्य भारतीय राज्यों में ले जाते हैं. अधिकारी के मुताबिक, पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला गुवाहाटी अब भी अवैध ड्रग्स कारोबार के लिए एक प्रमुख पारगमन मार्ग है.
(एजेंसी)