गुवाहाटी : असम कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री चंद्र मोहन पटोवरी ने हाल ही में एक आधिकारिक समारोह से इतर पत्रकारों से बातचीत के दौरान WHO पर सवालिया निशान लगाया. उन्होंने COVID 19 को लेकर दुनिया भर में लोगों को डराने के लिए WHO की आलोचना भी की.
उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि वैक्सीन की दो खुराक लेने के बाद भी लोगों की मौत हो गई. जबकि दो खुराक किसी की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है. लेकिन WHO जैसा संगठन COVID 19 के इलाज के लिए दवाओं का विकास नहीं कर पाया, क्यों?
उन्होंने उन्होंने डब्ल्यूएचओ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि वास्तव में यह प्रकृति की देन है. COVID-19 प्रकृति द्वारा फैला और केवल प्रकृति ही इसे नियंत्रित कर सकती है. प्रकृति केवल उस युद्ध का प्रतिकार कर रही है जो हमने प्रकृति के खिलाफ शुरू किया है. इच्छा के अनुसार हमने पेड़ काट दिए इसलिए प्रकृति अब जवाबी कार्रवाई कर रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी लहर या चौथी लहर भी आ सकती है लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. सवाल यह है कि आप एक दवा नहीं बना पाए हैं? वैज्ञानिक अनुसंधान करना आपका काम है.
डब्ल्यूएचओ ने इस पर करोड़ों-अरबों खर्च किए लेकिन दवा कहां है? राज्य के परिवहन, उद्योग और वाणिज्य मंत्री पटोवरी ने यह भी कहा कि यह भगवान हैं जिन्होंने उन लोगों की सूची बनाई थी जो COVID 19 के कारण मारे गए.
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भगवान या अल्लाह, उन्होंने अपने कंप्यूटर से यह सूची बनाई थी. COVID 19 वायरस को भगवान के सुपर कंप्यूटर से पृथ्वी पर भेजा गया और इसमें उन लोगों की सूची थी जो इससे मरेंगे.