राजौरी: जिले के भाकर में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. राजौरी जिले में एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) और एक हेड कांस्टेबल सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. धर्मशाल थाना क्षेत्र में 13 व 14 जनवरी की दरमियानी रात घटना हुई थी.
संदिग्ध मौत के मामले में पीड़ित परिवार के सदस्यों की ओर से भारी विरोध प्रदर्शन के बाद यह कार्रवाई की गई है. इस मामले में बुढाल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत दग्गल हलाल निवासी शेर सिंह की मौत हो गयी थी. परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर हिरासत में ज्यादती का आरोप लगाते हुए शनिवार को राजौरी-कालाकोट-जम्मू रोड पर छह घंटे से अधिक समय तक जाम लगाया.
महिलाओं यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके खिलाफ हल्का लाठी चार्ज किया जब परिवार के सदस्य अपना विरोध दर्ज कराने के लिए शव के साथ भाकर पुलिस चौकी की ओर जा रहे थे. बाद में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और पुलिस द्वारा पूछताछ शुरू कर दी गई है. एसएसपी मोहम्मद असलम ने कहा कि घटना में शामिल पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
परिजनों ने कहा, 'पुलिस ने शेर सिंह को मृत हालत में सौंपा, लेकिन जब उसे हिरासत में लिया गया था तो वह जिंदा था. हमने घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस और सिविल अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली. शव पूरी रात सड़क पर पड़ा रहा.' उन्होंने आगे कहा कि जब कोई अधिकारी नहीं आया, तो हमने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए शव को भाकर पुलिस चेक पोस्ट पर रखने का फैसला किया, लेकिन पुलिस ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत हमें सोलकी में रोक दिया और हमें भाकर जाने की अनुमति नहीं दी.
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सोलकी में, एडीसी कलाकोट ने एडिशनल एसपी, नौशेरा के साथ लोगों को शांत किया और उन्हें संदिग्ध मौत की पारदर्शी जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन और आगे की जांच का आश्वासन दिया. पोस्टमॉर्टम और मेडिको-कानूनी औपचारिकताओं के बाद, पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार के लिए कानूनी उत्तराधिकारियों को सौंप दिया.