मधुबनीः बीते सोमवार को महाराष्ट्र के पालघर के पास जयपुर एक्सप्रेस में हुई फायरिंग की घटना में मधुबनी बिस्फी प्रखंड के परबत्ता गांव निवासी मोहम्मद अब्बास के 48 वर्षीय पुत्र मो. असगर असगर अली की भी मौत हो गई है, जो जयपुर से मुंबई मजदूरी करने के लिए जा रहे थे. इस घटना में असगर के 5 बच्चे अपने पिता की मौत के बाद यतीम हो गए और बीवी उमैशा खातून अब बेवा हो चुकी हैं.
ट्रेन फायरिंग में बिहार के असगर की मौत: बताया जाता है कि असगर एक गरीब परिवार से आते थे, जो मेहनत मजदूरी करके अपने और अपने परिवार की परवरिश करते थे. असगर को तीन बेटी है और दो बेटे हैं, असगर रोजी-रोटी के लिए पहले मधुबनी से जयपुर गए थे. वहां असगर अपनी पत्नी और पांच बच्चों के साथ रहकर चुड़ी बेचने का काम करते थे. माल लाने के लिए जयपुर एक्सप्रेस से वो मुंबई जा रहे थे, उसी दौरान फायरिंग की घटना में उन्हें भी मार दिया गया.
आरपीएफ जवान की गोली का शिकार हुए असगरः असगर 6 भाई थे और सभी भाई बाहर ही रहते हैं. लोगों ने बताया कि वर्तमान में एक भाई घर पर थे, लेकिन घटना की सूचना मिलते ही वह जयपुर के लिए निकल पड़े. उनके घर में ताला जड़ा हुआ है. भाई से मिली जानकारी के अनुसार असगर चूड़ी बनाने के लिए कच्चा मैटेरियल लाने के लिए मुंबई जा रहे थे, लेकिन वे रास्ते में ही पालघर स्टेशन पर आरपीएफ जवान के गोली का शिकार हो गये. गोली क्यों चली और इस घटना का शिकार वे कैसे हुए इसका अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है.
जयपुर एक्सप्रेस में चार लोगों की हुई थी हत्या: आपको बता दें कि बीते सोमवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे मुंबई-जयपुर एक्सप्रेस में एक आरपीएफ जवान चेतन ने फायरिंग कर एएसआई समेत चार लोगों की हत्या कर दी थी. घटना जयपुर एक्सप्रेस (12956) के कोच नंबर B-5 में हुई थी. जिससे सफर कर रहे यात्रियों में हडकंप मच गया. आरोपी आरपीएफ जवान को गिरफ्तार कर पूछताछ जारी है. चेतन हाथरस जिले के गांव मीतई का रहने वाला है, जिसके परिजन उसे मानसिक रूप से बीमार बता रहे हैं.