नई दिल्ली : आसियान-भारत हैकथॉन को 1-4 फरवरी तक विदेश मंत्रालय के सहयोग से शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने सभी दस आसियान देशों की नोडल एजेंसियों के सहयोग से इस महत्वपूर्ण पहल को लागू किया. जिसमें उनके शिक्षा मंत्रालय और प्रमुख विश्वविद्यालय शामिल रहे. हैकथॉन नवंबर 2019 में बैंकॉक में 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्रियों की घोषणा के बाद शुरू हुआ.
हैकथॉन का उद्घाटन एक फरवरी को केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' द्वारा आसियान और भारत के अन्य गणमान्य लोगों के साथ किया गया. 10 आसियान देशों और भारत के 330 छात्रों और 110 प्रमुखों ने ऑनलाइन काम किया. समस्या के अभिनव समाधान के लिए 55 टीमों के रूप में प्रतिस्पर्धा की गई. समस्या विवरण में दो प्रमुख विषयों को शामिल किया गया था, जिसमें ब्लू इकोनॉमी और शिक्षा है.
प्रत्येक टीम का बहुराष्ट्रीय चरित्र एक सहयोगी भावना का निर्माण करने के लिए था. प्रतिभागियों को विविध संस्कृतियों, मूल्यों और कार्य नैतिकता से परिचित होने के लिए बेहतर मंच प्रदान करता है.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लिया और प्रतिभागियों की कड़ी मेहनत, टीम भावना और रचनात्मकता की सराहना की.
दो महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा
समारोह में बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि आसियान-भारत युवा सहयोग, रणनीतिक साझेदारी का महत्वपूर्ण घटक है और हैकथॉन आसियान के लिए भारत की अन्य युवा केंद्रित पहलों का अनुपालन करता है. उन्होंने आगे कहा कि आसियान-भारत मीट में 'ब्लू इकोनॉमी' और 'शिक्षा' के महत्व को रेखांकित किया गया. आसियान-भारत युवा सहयोग को बढ़ावा देने की साझा इच्छा को दर्शाया गया.
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आसियान की ओर से पुरस्कार वितरण समारोह में ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओ पीडीआर और वियतनाम के वरिष्ठ मंत्रियों ने भाग लिया. इस अवसर पर सभी 11 समस्या विषयों में विजेताओं की घोषणा की गई.