कोडरमा: देश की बात जब-जब होगी उसकी हिफाजत के लिए कोई न कोई फौजी खड़ा रहता है, फिर वह बाहरी शत्रुओं से रक्षा का मामला हो, या देश की भीतरी दुश्वारियों से. प्रदूषित होते वातावरण पर जब लोगों ने आंखें बंद की तो फिर एक फौजी निकल पड़ा है लोगों को जगाने. सेना में जेई की नौकरी छोड़कर यूपी के बुलंदशहर से चंकी राही पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने साइकिल से निकल पड़े हैं. वे चार हजार किमी की साइकिल यात्रा कर सोमवार को कोडरमा पहुंचे और लोगों से पेड़ पौधे लगाने और सिंगल यूज प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करने की अपील की. अभी उनको 14000 किमी की और यात्रा करनी है.
ये भी पढ़ें-लोहरदगा आएंगे महेंद्र सिंह धोनी! क्रिकेट प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए राज्यसभा सांसद ने किया आमंत्रित
बुलंदशहर के रहने वाले सेना के पूर्व जेई चंकी राही ने कोडरमा में बताया कि वे चार धाम यात्रा और 12 ज्योर्तिलिंग के रूट पर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने निकले हैं. वे ईश्वर के दर्शन भी करेंगे और लोगों को अपना पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित भी करेंगे. चंकी राही ने बताया कि वे यहां से देवघर बाबा धाम जाएंगे. उनका कहना है कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना उनका मकसद बन गया है. इसीलिए साइकिल से चार धाम यात्रा (Char Dham yatra by bicycle) और 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने निकले हैं. इस दौरान पर्यावरण की चिंता से लोगों को रूबरू करा रहे हैं.
18 हजार किमी यात्रा का लक्ष्यः चंकी राही ने बताया कि उन्हें तकरीबन 18000 किलोमीटर का सफर करना है, जिसमें से तकरीबन 4000 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से तय कर ली है. कोडरमा में चंकी राही ने आम लोगों पर्यावरण के प्रति जागरूक किया और उनसे ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की अपील की. इसके फायदे गिनाए और चिंता से अवगत कराया.
दिल्ली एनसीआर में रहने के दौरान 'खुली' आंखः चंकी राही ने बताया कि भारतीय सेना में बतौर जेई कार्यरत थे. उन्होंने बताया कि दिल्ली एनसीआर में रहने के दौरान उन्होंने महसूस किया कि अगर पर्यावरण को बचाया नहीं गया तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. इसलिए नौकरी छोड़कर उन्होंने पर्यावरण बचाने की मुहिम शुरू की है.
पूर्व फौजी की साइकिल यात्राः इसके लिए 12 सितंबर से साइकिल यात्रा शुरू की है. अप्रैल महीने तक चार धाम की यात्रा के साथ 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का उन्होंने लक्ष्य निर्धारित किया है. चंकी बताते हैं कि सिंगल यूज प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल कर पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने प्लास्टिक को बैन कर दिया है लेकिन उसका इस्तेमाल रोकने के लिए आम लोगों को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि लगातार पर्यावरण असंतुलन का खतरा बढ़ रहा है, जिसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है.