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स्पूतनिक वी वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की मिली मंजूरी

स्पूतनिक वी वैक्सीन को देश में दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिल गई है. इस संबंध में मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ पॉल ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण लगभग पूरा कर लिया है और अब इसके आगे की कार्रवाई चल रही है.

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Published : Nov 17, 2020, 8:59 PM IST

नई दिल्ली : कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर है. भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल जल्द शुरू होगा. स्पूतनिक वी वैक्सीन को देश में दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिल गई है.

इस मामले में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि हम अपने देश में उनके परीक्षण से सफलता की उम्मीद कर रहे हैं. वे निश्चित रूप से महामारी को नियंत्रित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सभी टीका उम्मीदवार अच्छा कर रहे हैं.

मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. पॉल ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण लगभग पूरा कर लिया है और अब इसके आगे की कार्रवाई चल रही है.

भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो चुका है. जायेडस कैडिला (Zydus Cadila) के वैक्सीन उम्मीदवार ने अपने दूसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है, जबकि हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई भी अपने वैक्सीन उम्मीदवार के पहले चरण और दूसरे चरण का नैदानिक परीक्षण कर रहा है.

डॉ. पॉल ने आगे कहा कि मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन कैंडिडेट से संबंधित विकास पर करीबी से नजर रखी जा रही है.

डॉ. पॉल ने कहा कि भारत के लिए -80 डिग्री सेल्सियस तापमान को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है. फाइजर के टीके के लिए -80 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. यह एक कठिन चुनौती है.

उन्होंने बताया कि किसी भी देश के लिए -80 डिग्री तापमान में वैक्सीन को रखना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि हम वैक्सीन निर्माताओं से बात कर रहे हैं.

यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि कोविड-19 वैक्सीन के वितरण के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स द्वारा प्राथमिकता समूह के आधार पर टीका वितरण के लिए एक दस्तावेज तैयार किया है.

इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मीडिया से कहा कि आने वाले दिनों में दुर्गा पूजा, दिवाली और राज्य चुनाव जैसे त्योहारों का असर दिखाई देगा. फेस्टीवल सीजन में दिल्ली सहित कुछ राज्यों में कोरोना की मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली.

भूषण ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक को हवाला देते हुए कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) से 75 डॉक्टर और अच्छी संख्या में पैरामेडिक्स पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं और अगले एक दो दिन में और जवानों व पैरामेडिक्स को भेजा जाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि ICU के बेड़ की संख्या को पहले ही बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा दिल्ली में परीक्षणों की संख्या भी 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दी जाएगी. यह परीक्षण RT-PCR और एंटीजन किट के माध्यम से की जाएगी. इतना ही नहीं राज्य में 10 मोबाइल टेस्ट लेबोरेटरी को तैनात किया जाएगा.

पढ़ें - कोविड-19 के बीच बढ़ा खसरा संक्रमण का खतरा

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त 10 मल्टी डिसिप्लिनरी टीमें दिल्ली के सभी अस्पतालों का दौरा करेंगी और हालत में सुधार के उपाय सुझाएंगी.

भूषण ने कहा कि होमकेयर की संख्या 35-40,000 तक बढ़ाई जाएगी. हालांकि, सचिव ने स्पष्ट किया कि घरेलू आइसोलेशन को बंद करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में घर पर जांच करने के लिए स्वयंसेवकों की संख्या भी 3000 से बढ़ाकर 8000 की जानी चाहिए.

वहीं, यूरोप में बिगड़ती स्थिति को लेकर भूषण ने कहा कि भारत में स्थिति को सुधारने के लिए केंद्र सरकार पूरी कोशिश कर रही है.

नई दिल्ली : कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर है. भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल जल्द शुरू होगा. स्पूतनिक वी वैक्सीन को देश में दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिल गई है.

इस मामले में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि हम अपने देश में उनके परीक्षण से सफलता की उम्मीद कर रहे हैं. वे निश्चित रूप से महामारी को नियंत्रित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सभी टीका उम्मीदवार अच्छा कर रहे हैं.

मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. पॉल ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण लगभग पूरा कर लिया है और अब इसके आगे की कार्रवाई चल रही है.

भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो चुका है. जायेडस कैडिला (Zydus Cadila) के वैक्सीन उम्मीदवार ने अपने दूसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है, जबकि हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई भी अपने वैक्सीन उम्मीदवार के पहले चरण और दूसरे चरण का नैदानिक परीक्षण कर रहा है.

डॉ. पॉल ने आगे कहा कि मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन कैंडिडेट से संबंधित विकास पर करीबी से नजर रखी जा रही है.

डॉ. पॉल ने कहा कि भारत के लिए -80 डिग्री सेल्सियस तापमान को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है. फाइजर के टीके के लिए -80 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. यह एक कठिन चुनौती है.

उन्होंने बताया कि किसी भी देश के लिए -80 डिग्री तापमान में वैक्सीन को रखना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि हम वैक्सीन निर्माताओं से बात कर रहे हैं.

यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि कोविड-19 वैक्सीन के वितरण के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स द्वारा प्राथमिकता समूह के आधार पर टीका वितरण के लिए एक दस्तावेज तैयार किया है.

इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मीडिया से कहा कि आने वाले दिनों में दुर्गा पूजा, दिवाली और राज्य चुनाव जैसे त्योहारों का असर दिखाई देगा. फेस्टीवल सीजन में दिल्ली सहित कुछ राज्यों में कोरोना की मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली.

भूषण ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक को हवाला देते हुए कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) से 75 डॉक्टर और अच्छी संख्या में पैरामेडिक्स पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं और अगले एक दो दिन में और जवानों व पैरामेडिक्स को भेजा जाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि ICU के बेड़ की संख्या को पहले ही बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा दिल्ली में परीक्षणों की संख्या भी 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दी जाएगी. यह परीक्षण RT-PCR और एंटीजन किट के माध्यम से की जाएगी. इतना ही नहीं राज्य में 10 मोबाइल टेस्ट लेबोरेटरी को तैनात किया जाएगा.

पढ़ें - कोविड-19 के बीच बढ़ा खसरा संक्रमण का खतरा

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त 10 मल्टी डिसिप्लिनरी टीमें दिल्ली के सभी अस्पतालों का दौरा करेंगी और हालत में सुधार के उपाय सुझाएंगी.

भूषण ने कहा कि होमकेयर की संख्या 35-40,000 तक बढ़ाई जाएगी. हालांकि, सचिव ने स्पष्ट किया कि घरेलू आइसोलेशन को बंद करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में घर पर जांच करने के लिए स्वयंसेवकों की संख्या भी 3000 से बढ़ाकर 8000 की जानी चाहिए.

वहीं, यूरोप में बिगड़ती स्थिति को लेकर भूषण ने कहा कि भारत में स्थिति को सुधारने के लिए केंद्र सरकार पूरी कोशिश कर रही है.

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