बरनाला : पंजाब में पीटीईटी परीक्षा में गड़बड़ी होने के आरोप लगे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि प्रश्नपत्र में वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर 'हाइलाइट' कर दिया गया था. इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों में आक्रोश है. कुछ अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और फिर से इसकी परीक्षा करवाने की मांग की. इस संबंध में शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने प्रधान सचिव स्तर की जांच के आदेश दिए है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जिम्मेदारी तय की जाएगी जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. अब यह परीक्षा दोबारा आयोजित की जायेगी इसके लिए छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने से पहले राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात कही जाती थी. लेकिन हाल ही में नायब तहसीलदार भर्ती परीक्षा रद्द होने से आम आदमी पार्टी सरकार का यह वादा टूटता नजर आ रहा है. आपको बता दें कि पंजाब स्टेट टीचिंग क्वालिफिकेशन टेस्ट पीटीईटी परीक्षा 2023 के दौरान कथित रूप से सवालों के जवाब भी प्रश्नपत्र में मौजूद थे.
जानकारी के अनुसार रविवार को हुए मास्टर संवर्ग के सामाजिक शिक्षा विषय की परीक्षा में 4 तरह के पेपर मिले थे. जिसमें ए, बी, सी और डी सेट थे. कुल 60 प्रश्नों में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए 4-4 विकल्प दिए गए थे. इनमें से कोई एक उपयुक्त उत्तर होगा. लेकिन यहां बड़ी बात यह थी कि सही उत्तर पहले ही हाईलाइट हो चुके थे. जिससे हर परीक्षार्थी अंदाजा लगा सके कि कौन सा सही उत्तर है तो, इस तरह की परीक्षा से, बिना तैयारी वाले उम्मीदवार भी पास हो जाएंगे. वहीं, तैयारी कर चुके अभ्यर्थियों को भी यह अधिकार मिलेगा.
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अभ्यर्थियों ने सरकार पर लगाया आरोप: इस बीच बेरोजगार नेता सुखविंदर सिंह ढिल्लवान ने पंजाब सरकार पर बेरोजगार अभ्यर्थियों को परेशान करने और रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया. उन्होंने पारदर्शी भर्ती और परीक्षा कराने में सरकार की विफलता का भी आरोप लगाया. जब उक्त चूक का पता चला तो कई केंद्रों पर परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्र वापस कर दिए गए. जबकि बरनाला स्थित सर्वहितकारी स्कूल में सामाजिक शिक्षा का पेपर परीक्षार्थी घर ले गए.