नई दिल्ली : सरकार ने बुधवार को राज्यसभा को बताया कि सितंबर 2021 में गुजरात स्थित मुंद्रा बंदरगाह (Gujarat's Mundra port ) से लगभग 21,000 करोड़ रुपये मूल्य की करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन बरामद होने से तीन माह पहले टैल्क स्टोन की खेप हटाई जा चुकी थी.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी देते हुए सदन को बताया कि हटाया गया टैल्क स्टोन पूरी तरह प्रसंस्कृत नहीं था और बंदरगाह में जब्त की गई हेरोइन 'अर्द्ध प्रसंस्कृत टैल्क स्टोन' के तौर पर बुक की गई थी.
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मुंद्रा बंदरगाह के टी जी टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड कंटेनर फ्रेट स्टेशन पर 17 सितंबर से 19 सितंबर 2021 के बीच 2988.21 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी.
राय ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले की जांच कर रहा है. उन्होंने बताया 'जांच में पता चला कि बंदरगाह पर हेरोइन बरामद होने से तीन माह पहले, जून 2021 में वहां से अर्द्ध प्रसंस्कृत टैल्क स्टोन की खेप हटाई जा चुकी थी.'
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उन्होंने बताया कि डीआरई की दिल्ली जोनल इकाई ने यह मामला दर्ज किया और एनआईए इसकी जांच कर रही है. इस मामले में अब तक दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब है कि मुद्रा पोर्ट पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने ईरान के अब्बास बंदरगाह से आए एक कंटेनर की तलाशी ली थी. इस दौरान कंटेनर से लगभग तीन हजार किलो हेरोइन मिलने का दावा किया गया था. हेरोइन मिलने के कुछ दिन बाद ही इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी.
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