श्रीनगर: हाल ही में उत्तराखंड पुलिस ने अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए लिखा कि पुलिस द्वारा अंकिता के परिजनों को एम्स द्वारा की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखा दी है. लेकिन जब ईटीवी भारत ने इस संबंध में अंकिता के परिजनों से पूछा तो उन्होंने इस बात से इनकार किया. उन्होंने कहा कि उन्हें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं दिखाई गई है.
अंकिता के परिजनों का दावा नहीं मिली फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट: ईटीवी भारत ने अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी से पूछा कि क्या पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें अंकिता की फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाई गई है. इस पर उन्होंने इनकार करते हुए कहा कि उन्हें पुलिस द्वारा कोई पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दिखाई गई है. हम अब भी अपनी बेटी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखना चाहते हैं. वहीं अंकिता के भाई अजय सिंह भंडारी भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अनभिज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि उनसे भी पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में कोई संपर्क नहीं किया गया है.
पुलिस कह चुकी परिजनों को दे दी है पोस्टमार्टम रिपोर्ट: आपको बता दें कि पुलिस द्वारा दो दिन पूर्व अपने प्रेस नोट में लिखा गया है कि एस ऋषिकेश से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों को ये रिपोर्ट दिखा दी गयी है. वहीं अंकिता के अंतिम संस्कार को हुए पांच दिन का समय हो गया है. आज भी अंकिता की मां के आंसू कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. अंकिता की मां आज भी इस बात को लेकर बहुत दुखी हैं कि उन्हें अंतिम समय पर उनकी बेटी के दर्शन भी नहीं करवाये गए. उन्होंने कहा ये मेरा दुर्भाग्य है कि उन्हें उनकी बेटी के दर्शन तक नहीं हो पाए.
वनंत्रा रिजॉर्ट में काम करती थी अंकिता भंडारी: विदित हो कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. अंकिता बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
अंकिता की हत्या के आरोप में पुलकित आर्य समेत तीन लोग हैं गिरफ्तार: 24 सितंबर को चीला नहर से अंकिता भंडारी का शव मिला था. इससे पहले ही अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में बीजेपी के तत्कालीन नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य, अंकित और भास्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. पुलकित आर्य के यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट वनंत्रा में अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी.
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अंकिता से वेश्यावृत्ति कराना चाहता था पुलकित आर्य: आरोप है कि पुलकित अंकिता से वेश्यावृत्ति कराना चाहता था. अंकिता इसके लिए तैयार नहीं थी. इसी से नाराज होकर पुलकित ने अंकिता भंडारी को अपने दो साथियों अंकित और भास्कर के साथ मिलकर नहर में फेंक दिया. अंकिता की पोस्टमार्ट रिपोर्ट में उसके शरीर पर पांच चोटों के निशाने बताए गए हैं. मौत का कारण दम घुटना और डूबना बताया गया है. तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था.