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उत्तराखंड अंकिता भंडारी हत्याकांड, मुख्य आरोपी की फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग

अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य की गंगा भोगपुर स्थित आंवला कैंडी की फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई है. जिससे हड़कंप मच गया है.

उत्तराखंड अंकिता भंडारी हत्याकांड
उत्तराखंड अंकिता भंडारी हत्याकांड
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Published : Oct 30, 2022, 10:48 AM IST

Updated : Oct 30, 2022, 4:50 PM IST

ऋषिकेश: अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद चर्चा में आया गंगा भोगपुर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट के पीछे बने पुलकित आर्य की आंवला कैंडी फैक्ट्री में रविवार सुबह 9 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास काला धुआं छा गया. आग पर काबू पाने के लिए ऋषिकेश से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं, पुलिस का दावा है कि शॉर्ट सर्किट होने से रिजॉर्ट के पीछे वाले हिस्से में आग लगी. जबकि, अंकिता हत्याकांड के बाद गंगा भोगपुर स्थित पुलकित आर्य की फैक्ट्री और वनंत्रा रिजॉर्ट का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया था, ऐसे में शॉर्ट सर्किट कैसे हुआ यह बड़ा सवाल है.

वहीं, पूरे मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला विनोद गुसाईं ने बताया कि प्रथम दृष्टया रिजॉर्ट के अंदर लगे इनवर्टर के लाइन में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगने की घटना प्रतीत हो रही है. फैक्ट्री के अंदर कई ज्वलनशील पदार्थ भी रखे होने की जानकारी है. यमकेश्वर एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट की वजह से ही आग लगी है.

फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग.

क्या है मामला: बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. ये रिसॉर्ट बीजेपी के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिसॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था.

पढ़ें- आरोपियों की राह में 'पुष्प' बने कांटे, मिलिए उस शख्स से जिसकी मदद से खुला अंकिता मर्डर केस

इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी.पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिसॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी. इसी वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिसॉर्ट से बाहर ले गया और ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.

पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था. अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है.

ऋषिकेश: अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद चर्चा में आया गंगा भोगपुर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट के पीछे बने पुलकित आर्य की आंवला कैंडी फैक्ट्री में रविवार सुबह 9 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास काला धुआं छा गया. आग पर काबू पाने के लिए ऋषिकेश से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं, पुलिस का दावा है कि शॉर्ट सर्किट होने से रिजॉर्ट के पीछे वाले हिस्से में आग लगी. जबकि, अंकिता हत्याकांड के बाद गंगा भोगपुर स्थित पुलकित आर्य की फैक्ट्री और वनंत्रा रिजॉर्ट का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया था, ऐसे में शॉर्ट सर्किट कैसे हुआ यह बड़ा सवाल है.

वहीं, पूरे मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला विनोद गुसाईं ने बताया कि प्रथम दृष्टया रिजॉर्ट के अंदर लगे इनवर्टर के लाइन में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगने की घटना प्रतीत हो रही है. फैक्ट्री के अंदर कई ज्वलनशील पदार्थ भी रखे होने की जानकारी है. यमकेश्वर एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट की वजह से ही आग लगी है.

फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग.

क्या है मामला: बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. ये रिसॉर्ट बीजेपी के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिसॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था.

पढ़ें- आरोपियों की राह में 'पुष्प' बने कांटे, मिलिए उस शख्स से जिसकी मदद से खुला अंकिता मर्डर केस

इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी.पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिसॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी. इसी वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिसॉर्ट से बाहर ले गया और ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.

पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था. अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है.

Last Updated : Oct 30, 2022, 4:50 PM IST
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