देहरादून (उत्तराखंड): विदेश में नौकरी करना युवाओं की बड़ी चाहत रहती है. इस कारण तमाम युवा विदेशों में नौकरी करने की राह ढूढ़ते हैं. लेकिन कई बार विदेशों में नौकरी करना उनके व उनके परिजनों के लिए बड़ी समस्या भी बन जाती है. ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से भी सामने आया है. जहां देहरादून का एक युवक 16 दिसंबर से लापता है.
राजधानी देहरादून के नेहरू ग्राम निवासी अंकित सकलानी ने 1 दिसंबर 2023 को मुंबई में एक दूसरी शिपिंग कंपनी ज्वाइन की. ज्वाइनिंग के तहत उनको तुर्की में पोस्टिंग मिली. शुरुआती 10 दिन तो ठीक थे, लेकिन उसके बाद अंकित अपनी पत्नी और बड़े भाई को मैसेज कर जानकारी देने लगा कि अगर उसे कुछ हो जाता है तो शिप के लोग ही जिम्मेदार होंगे. इन मैसेज के बाद अंकित 16 दिसंबर से लापता है. अंकित सकलानी के परिजन लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं.
अंकित सकलानी की पत्नी पिंकी पांडेय ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि अंकित का 12 दिसंबर को मैसेज आया था. जिसमें कुछ होने पर शिप के लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. लेकिन फिर शिपिंग कंपनी के लोगों से उनकी बात हुई तो सब चीजें ठीक होने की बात कही गई. लेकिन इसी बीच कंपनी की ओर से एक वीडियो भेजा गया जिसमें अंकित साइन ऑफ (रिलीव) की मांग कर रहा है. यही नहीं, वीडियो में अंकित के सिर और चेहरे पर चोट के निशान भी नजर आ रहे हैं. जिसपर कंपनी ने कहा था कि कुछ आपसी विवाद में हो गया. लेकिन उसके बाद से ही अंकित लापता है.
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कंपनी के लोगों का कहना है कि अंकित ने सुसाइड कर लिया है. हालांकि ये जानकारी कंपनी ने 16 दिसंबर को शाम 5 बजे दी. उसके बाद से ही कंपनी से कोई बात नहीं हो पाई है. अंकित की पत्नी ने आरोप लगाया है कि इसी शिपिंग कंपनी के लोगों ने अंकित को कुछ किया है. इसके लिए वो दिल्ली दूतावास को पत्र भेज चुके हैं लेकिन वहां से कोई जानकारी नहीं मिली है. इसके साथ ही देहरादून एसएसपी से भी उन्होंने मुलाकात की है. ताकि उनकी कुछ मदद हो सके. लेकिन वहां से मदद न मिलने पर अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मदद के लिए पत्र भेजा गया है.