लखनऊ: राजधानी के मलिहाबाद थाने में एफआईआर लिखे जाने से नाराज हरिद्वार अखाड़े के एक साधु ने थाने के बाहर अपनी ही कार में आग लगा दी. शुक्रवार को साधु की तेज रफ्तार कार की टक्कर से युवक घायल हो गया था. घायल युवक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया, इससे नाराज साधु ने अपनी ही कार में आग लगा दी.
दरअसल, हरिद्वार अखाड़े के बाबा धर्मेंद्र अपने शिष्य दीपेश पुरी के साथ शुक्रवार को लखनऊ से वापस हरिद्वार जा रहे थे. शाम पांच बजे के करीब उनकी नैनो कार महमूदनगर पाठकगंज के पास अनियंत्रित होकर नदीम मोबाइल शॉप के बाहर खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारते हुए पेड़ से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गयी. जोरदार टक्कर से गिरी बाइकों की चपेट में आकर वही पर खड़े गुखौरा गांव निवासी रंजीत तिवारी व उनका भाई चोटिल हो गया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार को कब्जे में लिया.
शनिवार को पुलिस रंजीत की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया. मुकदमा लिखे जाने से बाबा व उनका चेला नाराज हो गया और थाने के बाहर खड़ी अपनी कार में आग लगा दी. थाने के बाहर खड़ी कार से धुआं उठता देख लोगों की भीड़ जमा हो गयी. इस बीच थाने के सिपाहियों ने दौड़कर बालू व पानी की मदद से आग पर काबू पाया. मलिहाबाद इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि खड़ी गाड़ी में आग लगने से उसके सीट कवर जल गए. बाकी समय पर ही आग पर काबू पा लिया गया. गाड़ी में आग कैसे लगी इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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