अमरावती : आंध्र प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने दो आईएएस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का कथित रूप से निर्वहन नहीं करने के लिये ड्यूटी से हटाने के बाद अब सामान्य प्रशासन विभाग (राजनीति) में प्रधान सचिव प्रवीण प्रकाश को चुनाव ड्यूटी से हटाने की अनुशंसा की है.
राज्य के निर्वाचन आयुक्त रमेश कुमार ने मुख्य सचिव आदित्यनाथ दास को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि प्रकाश चुनाव तैयारियों को लेकर 23 जनवरी को आयोग द्वारा बुलाई गई कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की बैठक से नदारद रहे.
पत्र में कहा गया है कि राज्य के निर्वाचन आयोग के पास अनुच्छेद 243 के साथ साथ अनुच्छेद 324 के तहत आईएएस अधिकारी प्रकाश का तबादला करने की सभी शक्तियां है. वह चुनाव तैयारियों को लेकर बुलाई गई जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की बैठक से नदारद रहे.
पत्र के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि प्रवीण प्रकाश ने कलेक्टरों और एसपी के साथ-साथ अन्य अधिकारियों को भी आयोग की बैठकों में भाग नहीं लेने के निर्देश दिए. कलेक्टरों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि वे मतदान प्रक्रिया में भी सहयोग न करें.
राज्य निर्वाचन आयुक्त के पत्र में कहा गया है, 'नतीजतन जिला कलेक्टरों के तैयार नहीं होने के चलते आयोग को पहले चरण के चुनाव का कार्यक्रम बदलना पड़ा. यह पूरी तरह से अशोभनीय कृत्य है और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिये.
इससे पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों प्रधान सचिव गोपाल कृष्ण द्विवेदी और पंचायत राज आयुक्त एम गिरिजा शंकर पर ग्राम पंचायत चुनाव के लिये जनवरी 2021 के हिसाब से ताजा मतदाता सूचियां तैयार करने की ड्यूटी निभाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए उन्हें फटकार लगाई थी.
हालांकि राज्य सरकार ने आयोग के कदम को खारिज करते हुए कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त के पास ऐसा करने की शक्ति नहीं है.
इस बीच, ग्राम पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिये नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई. नौ फरवरी को मतदान होगा.
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