दुर्गापुर: आंध्र प्रदेश के युवा वेंकट कार्तिक ने आत्महत्या के खिलाफ अभियान चलाने के लिए मोटरसाइकिल पर देश भर में घूमना शुरू कर दिया है. हाल ही में कार्तिक पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर पहुंचे. वेंकट कार्तिक ने औद्योगिक क्षेत्र के लोगों के बीच आत्महत्या मुक्त समाज बनाने का संदेश फैलाया. उन्होंने 327 दिनों में मोटरसाइकिल पर एक लाख किलोमीटर की दूरी तय की है. उनका उद्देश्य आत्महत्या मुक्त समाज का निर्माण करना है.
वेंकट कार्तिक 400 दिनों में डेढ़ लाख किलोमीटर की दूरी तय कर आत्महत्या के खिलाफ अभियान चला रहा है. कार्तिक की सवारी रविवार को दुर्गापुर पहुंची. और सोमवार को उन्होंने स्टील टाउन के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर लोगों के लिए जागरूकता अभियान चलाया. देश में लगभग हर दिन कहीं न कहीं आत्महत्या के मामले सामने आते हैं. बहुत से लोग मानसिक अवसाद या विभिन्न समस्याओं से लड़ने के लिए कठोर कदम उठाते हैं.
लेकिन, वेंकट कार्तिक लोगों को दिखाना चाहते हैं कि जिंदगी कितनी खूबसूरत है. आत्महत्या कभी भी किसी समस्या का अंतिम समाधान नहीं हो सकती. यही वेंकट कार्तिक सभी को बताना चाहते हैं. इसलिए उन्हें अपने दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए यात्रा करनी चाहिए. वेंकट कार्तिक ने अपनी यात्रा दुर्गापुर से आसनसोल होते हुए झारखंड के लिए शुरू की. वहां से वह ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में आत्महत्या मुक्त समाज को बढ़ावा देंगे.
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वेंकट कार्तिक ने कहा कि उनके घर के पास एक मंदिर है. उन्होंने अपनी यात्रा आंध्र प्रदेश में मंदिर के सामने से शुरू की. उनकी यात्रा के कुल 327 दिन पूरे हो चुके हैं. वे अब तक कुल 100,000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. कार्तिक ने ईटीवी भारत को बताया, 'अभी भी 50 हजार किलोमीटर की दूरी तय करनी है. मैं 400 दिनों के भीतर लक्ष्य तक पहुंचना चाहता हूं. तभी मेरा नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल होगा.' रामेश्वरम में एक साल पहले दुर्गापुर निवासी बैंक कर्मचारी और उनकी पत्नी दुलाली दास एक साल पहले मिले थे. उस समय दंपति ने उन्हें दुर्गापुर बुलाया. इस बार वेंकट दुर्गापुर आए और उनसे संपर्क किया. वेंकट कार्तिक को अपने अगले गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले दुलाली दास ने उन्हें बंगाली भोजन कराया.